Atal Bihari Vajpayee death anniversary: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और महान नेता अटल बिहारी वाजपेयी की आज 16 अगस्त (शनिवार) सातवीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर देशभर में उन्हें याद किया गया और राजधानी दिल्ली स्थित ‘सदैव अटल’ स्मारक पर देश के कई दिग्गज नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
Atal Bihari Vajpayee death anniversary: राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने किया नमन
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह स्मारक पहुंचे और अटल जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने इस मौके पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर भी एक पोस्ट शेयर किया।
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि “अटल जी को उनकी पुण्यतिथि पर याद कर रहा हूं। (Atal Bihari Vajpayee death anniversary) देश की प्रगति के प्रति उनका समर्पण और सेवा की भावना सभी को विकसित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए प्रेरित करती रहेगी।”
Atal Bihari Vajpayee death anniversary: इन नेताओं ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, गजेंद्र सिंह शेखावत, JDU नेता संजय झा और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सहित कई दिग्गज नेता ‘सदैव अटल’ पर मौजूद रहे और पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “मैं अटल जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। (Atal Bihari Vajpayee death anniversary) उन्होंने जीवन भर एक मजबूत और समृद्ध भारत के निर्माण के लिए काम किया। राष्ट्र उन्हें उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए सदैव याद रखेगा।”
अटल जी की राजनीतिक यात्रा
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में हुआ था। वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) से प्रधानमंत्री बनने वाले पहले नेता थे। उन्होंने तीन बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाला और 1999 से 2004 तक पूरे कार्यकाल को सफलतापूर्वक पूरा किया। यह किसी गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी।
आपको बता दे, देश का प्रधानमंत्री बनने से पहले उन्होंने विदेश मंत्री के रूप में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और भारत की विदेश नीति को ओर नई दिशा दी। उनका भाषण कौशल, ओजस्वी व्यक्तित्व और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति समर्पण उन्हें देश की राजनीति का एक अद्वितीय व्यक्तित्व बनाता है।
देश के लिए उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा
अटल बिहारी वाजपेयी जी ने न केवल राजनीति में सोच बदली बल्कि देश को विकास की दिशा पर आगे बढ़ाने के लिए कई बड़े और महत्वपूर्ण कदम भी उठाए। (Atal Bihari Vajpayee death anniversary) पोखरण परमाणु परीक्षण, राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसे फैसलों ने भारत को नई ऊंचाई दी जिसे कभी भी भूला नहीं जा सकता।
साल 2018, 16 अगस्त को दिल्ली के एम्स में उन्होंने आखिरी सांस ली थी। उनके निधन से भारतीय राजनीति में एक युग का हमेशा के लिए विराम लग गया। आज भी देश के लोग उन्हें उनकी कई कविताओं, ओजस्वी भाषणों और राष्ट्रहित में लिए गए फैसलों के लिए याद करते हैं।
बता दे, अटल बिहारी वाजपेयी सिर्फ भारत एक राजनेता ही नहीं, बल्कि एक कवि, वक्ता और दूरदर्शी नेता भी थे। उनकी पुण्यतिथि पर देशवासियों ने उन्हें श्रद्धा और सम्मान के साथ याद किया। असल मायने में अटल जी का जीवन और कार्य आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रसेवा के लिए हमेशा प्रेरित करेगा।