Attack on Trump: अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर चुनावी रैली के दौरान किए गए जानलेवा हमले का बड़ा असर पड़ने की संभावना जताई जाने लगी है। इस हमले के बाद ट्रंप की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर निशाना साधा जा रहा है। दूसरी और ट्रंप ने हमले के बाद ऐलान कर दिया है कि वे पीछे हटने वाले नहीं है और हर परिस्थिति का डटकर मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। इस हमले के बाद ट्रंप के करीबियों ने सीधे तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति पर निशाना साधा है। ट्रंप के सबसे करीबी माने जाने वाले सीनेटर जेडी वांस ने कहा कि बाइडेन के उकसाने के कारण ही ट्रंप पर यह जानलेवा हमला किया गया है। इस हमले का बड़ा असर दिखने लगा है। ट्रंप विरोधी सारे टीवी कैंपेन ऐड हटा लिए गए हैं ताकि ट्रंप को सहानुभूति पाने का कोई मौका न मिल सके। इस बीच विपक्षी हमलों के बीच बाइडेन ने कहा है कि फायरिंग की घटना को लेकर ट्रंप अपनी थ्योरी न बनाएं बल्कि एफबीआई और अमेरिकी सीक्रेट सर्विस को जांच करने दें।
अमेरिका में इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में अब करीब 100 दिन ही बचा है और उसके पहले ट्रंप पर किया गया यह हमला बड़ा असर डालने वाला साबित हो सकता है। ट्रंप पर हमले को लेकर अमेरिका में बड़ी बहस शुरू हो गई है। गोली से छिदे ट्रंप के कान,खून से लतपथ चेहरा और मुट्ठी भींचने की तस्वीर अमेरिकी अखबारों और सोशल मीडिया में छाई हुई है। इस हमले के बाद ट्रंप ने अपने समर्थकों को और मजबूती से चुनाव लड़ने का संदेश दिया है।
इस हमले के बाद अमेरिकी सीक्रेट सर्विस की ओर से ट्रंप की सुरक्षा को लेकर की गई तैयारी पर सवाल उठ रहे हैं। इसके साथ ही अमेरिका में गन कल्चर को खत्म करने की मांग एक बार फिर तेज हो गई है। इस हमले के बाद यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या इसके बाद ट्रंप को अमेरिकी लोगों के सहानुभूति का लाभ मिल सकेगा? वैसे अभी तक के चुनाव प्रचार और डिबेट में ट्रंप बाइडेन पर भारी पड़ते हुए दिखे हैं।
20 साल के युवक की ओर से किए गए इस हमले में गोली ट्रंप के कान में लगी है। लोगों के बीच यह चर्चा जोरों पर है कि अगर निशाना एक-दो इंच भी इधर-उधर हुआ होता तो ट्रंप की जान जा सकती थी। अमेरिका के राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अब यह हमला चुनाव कैंपेन को नई दिशा दे सकता है। आने वाले दिनों में बाइडेन प्रशासन पर हमले और तेज होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। विपक्षी नेताओं की ओर से सवाल उठाए जा रहा है कि जब अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति और इतना अहम नेता सुरक्षित नहीं है तो और कौन सुरक्षित हो सकता है। बाइडेन पक्ष के चुनाव प्रचार पर भी इस हमले का असर दिखने लगा है। ट्रंप पर हमला करने वाले सारे टीवी कैंपेन ऐड हटा लिए गए हैं। दरअसल बाइडेन प्रशासन को आशंका है कि इसके जरिए ट्रंप सहानुभूति कार्ड खेलते हुए चुनावी बढ़त बना सकते हैं।
इस बीच रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं ने बाइडेन प्रशासन पर हमले तेज कर दिए हैं। ट्रंप के सबसे करीबी सहयोगी जेडी वांस ने इस हमले के लिए सीधे तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि बाइडेन की ओर से लोगों को उकसाने के कारण ही यह हमला हुआ है। वांस को रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद का दावेदार माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाइडेन ने अपने भाषणों के जरिए ऐसा जाहिर किया कि जैसे कि ट्रंप फासीवादी हैं और उन्हें किसी भी कीमत पर रोका जाना चाहिए। वांस के अलावा रिपब्लिकन पार्टी के अन्य नेता भी बाइडेन पर निशाना साध रहे हैं और आने वाले दिनों में यह हमला राष्ट्रपति चुनाव के दौरान बड़ा मुद्दा बन सकता है।
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन भी सुरक्षात्मक मुद्रा में दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं शुक्रगुजार हूं कि ट्रंप पूरी तरह ठीक हैं और रिकवर कर रहे हैं। जिल और मैं ट्रंप और उनके परिवार के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच अभी शुरुआती चरणों में है। हमें शूटर के बारे में तो पता है मगर फायरिंग का मकसद नहीं पता।
इसलिए ट्रंप और अन्य लोगों को इस हमले के मकसद को लेकर अपनी थ्योरी नहीं बनानी चाहिए। एफबीआई और सीक्रेट सर्विस को पूरे मामले की जांच पड़ताल करने दें। मैंने इस घटना की गहन जांच करने और इसे जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है।