Barabanki News : लोगों के अंतिम संस्कार के लिए तो सरकार भी व्यवस्था करती है लेकिन जब प्रशासनिक आला अधिकारी और जिम्मेदार लोग इसी बात के विरोध में निरापराध लोगों को पीटते हैं तो मामला मीडिया की सुर्खियां बन जाती है क्योंकि एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां पर रिश्तेदार की मौत के बाद में ग्रामीण और उसके सगे रिश्तेदार नदी किनारे सूखे पेड़ से चिता को अग्नि देने के लिए लकड़ी काट रहे थे। तभी स्थानीय थाना क्षेत्र का एक दरोगा मौक़े पर पहुंचा और लकड़ी काट रहे लोगों को बुरी तरह से पीटने लगा। फिर क्या था गुस्साए ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया जिसके चलते पुलिस के हाथ पांव फूल गए।
बता दें कि पूरा मामला बाराबंकी जिले के जैदपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मुखतीपुर गांव से जुड़ा हुआ है जहां के निवासी राकेश का बीते दिनों तबीयत बिगड़ने की वजह से मौत हो गई थी। मृतक के पिता हनुमान ने बताया कि उसके दो दामाद व अन्य रिश्तेदार चिता की लकड़ी काटने के लिए रारी नदी के किनारे गए हुए थे और वन विभाग के दरोगा सचिन पटेल से उन्होंने मौखिक रूप से इसकी अनुमति भी ले ली थी।
सूखा पेड़ काटने के दौरान जैदपुर थाने के एक दरोगा वहां पहुंचे और लकड़ी काट रहे मृतक के रिश्तेदारों को बुरी तरह से मारने पीटने लगा। साथ ही लोगों को धमकाया कि बिना परमिशन के लकड़ी काट रहे हो तुम्हें जेल हो जाएगी। इसकी वजह से मृतक के परिजन डरे सहमे में हुए वापस लौट आए।
जब घटना की जानकारी आसपास के ग्रामीणों को हुई तो उन्होंने जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। गांव में हो रहे हंगामा की सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची लेकिन ग्रामीणों की भारी भीड़ देखकर के पुलिस के हाथ पांव फूल गए। फिलहाल मामले को किसी तरह से समझा बुझा कर रफा-दफा किया गया