Bharat Ratna Award 2024 : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शनिवार को राष्ट्रपति भवन में पांच प्रतिष्ठित हस्तियों-पूर्व प्रधानमंत्रियों चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर, कृषि विज्ञानी एमएस स्वामीनाथन और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न प्रदान किया। इस साल केंद्र सरकार ने पांच भारत रत्न पुरस्कार देने की घोषणा की थी. जिसमें चार पुरस्कार मरणोपरांत थे। 96 वर्षीय आडवाणी एकमात्र जीवित व्यक्ति हैं, जिन्हें साल 2024 का भारत रत्न अवार्ड मिला है। हालांकि आडवाणी को यह सम्मान रविवार को उनके आवास पर दिया जाएगा, क्योंकि उनकी सेहत ठीक नहीं है।
भारत रत्न पुरस्कार देने के लिए दिल्ली की राष्ट्रपति भवन के एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा कई बड़े केंद्रीय मंत्रियों, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
शनिवार को पांच में चार लोगों को भारत रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। इसमें पूर्व प्रधानमंत्रियों चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर, कृषि विज्ञानी एमएस स्वामीनाथन थे। यह पुरस्कार उनके परिवारजनों से प्राप्त किया और यह चारों मरणोपरांत भारत रत्न पुरस्कार थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव (मरणोपरांत) को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार उनके बेटे पीवी प्रभाकर राव ने प्राप्त किया। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का मरणोपरांत भारत रत्न पुरस्कार उनके पोते एवं आरएलडी के प्रमुख जयंत सिंह ने प्राप्त किया।
कृषि विज्ञानी एमएस स्वामीनाथन का मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया। यह पुरस्कार एमएस स्वामीनाथन की बेटी नित्या राव ने प्राप्त किया, जबकि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का मरणोपरांत भारत रत्न पुरस्कार उनके पुत्र रामनाथ ठाकुर ने राष्ट्रपति मुर्मू के हाथों से प्राप्त किया।
भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को भी भारत रत्न पुरस्कार देने की घोषणा हुई थी, लेकिन अस्वस्थ होने की वजह से वह राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके, इसलिए अब उन्हें ये सम्मान कल मिलेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रविवार को लालकृष्ण आडवाणी के घर जाकर सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित करेंगी।
सूत्रों के मुताबिक, लालकृष्ण आडवाणी की खराब सेहत को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया। आडवाणी भाजपा के संस्थापक सदस्य हैं, जिन्हें 1990 के दशक के दौरान में भाजपा के उत्थान के लिए एक अलग दिशा दी थी। उन्होंने राम मंदिर आंदोलन का नेतृत्व करते हुए इसमें एक नई जान डाली थी और पूरे देश राम राथ यात्रा निकालकर लोगों एक जुट किया था।
भारत रत्न जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना मानव प्रयास के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। भारत रत्न का प्रावधान 1954 में शुरू किया गया था। साल 1954 से लेकर अब तक 53 भारत रत्न पुरस्कार दिये जा चुके हैं। वहीं, साल 2020-2023 तक किसी को भी भारत रत्न नहीं दिया गया। पुरस्कार प्राप्त करने पर, प्राप्तकर्ता को राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाण पत्र) और एक पदक प्रदान किया जाता है।