Catwalk In Burqa: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक कॉलेज में छात्राओं ने बुर्के में कैटवॉक किया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जमीयत उलमा-ए-हिंद ने विरोध जताया है।
जमीयत उलमा-ए-हिंद के जिला संयोजक मौलाना मुकर्रम काजमी ने कहा कि बुर्का मुस्लिम महिलाओं का पर्दा है, इसे फैशन शो का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिए। Catwalk In Burqa: उन्होंने कहा कि बुर्के को पर्दे के लिहाज से इस्तेमाल किया जाता है। बुर्के को लाल या पीले कपड़ों में सिलवा कर फैशन शो में इस्तेमाल करना सरासर गलत है।
उन्होंने कहा कि इस घटना से मुस्लिम समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कॉलेज प्रशासन से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।
वहीं, छात्राओं का कहना है कि बुर्का पर्दा भी है और फैशन भी। उन्होंने कहा कि बुर्के में कैटवॉक कर उन्होंने दिखाया है कि बुर्का पहनकर भी महिलाएं फैशनेबल हो सकती हैं।
कॉलेज के मीडिया प्रभारी रवि गौतम ने कहा कि कॉलेज में हुए फैशन शो में छात्राओं द्वारा ड्रैस डिजाइन की गई थीं। इसमें बुर्के भी शामिल थे। उन्होंने कहा कि छात्राओं ने अपनी पसंद और इच्छा से बुर्के में कैटवॉक किया था।