Chhath Puja 2023: हिंदू धर्म के प्रमुख पर्वों में से एक छठ पूजा आज, सोमवार को समापन हो गया। इस मौके पर सुबह से ही नदियों और घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। महिलाओं ने बांस के सूप में प्रसाद लेकर सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया। इस दौरान लोग छठी मैया की पूजा भी करते हैं।
छठ पूजा चार दिनों तक चलने वाला एक लोकप्रिय पर्व है। इस पर्व का आरंभ कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से होता है। छठ पूजा का मुख्य उद्देश्य सूर्य भगवान और छठी मैया की पूजा करना है। Chhath Puja 2023: इस पर्व को मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात और राजस्थान में मनाया जाता है।
छठ पूजा के पहले दिन को नहाय-खाय कहा जाता है। इस दिन लोग सुबह जल्दी उठकर स्नान करते हैं और फिर नए कपड़े पहनकर प्रसाद ग्रहण करते हैं। दूसरे दिन को खरना कहा जाता है। इस दिन महिलाएं शाम को खिचड़ी का भोजन करती हैं और फिर पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं। तीसरे दिन को संध्या अर्घ्य दिया जाता है। इस दिन महिलाएं शाम को सूर्य भगवान को अर्घ्य देती हैं। चौथे दिन को उषा अर्घ्य दिया जाता है। इस दिन सुबह सूर्योदय से पहले महिलाएं सूर्य भगवान को अर्घ्य देती हैं।
इस साल छठ पूजा का समापन 20 नवंबर को हुआ। इस मौके पर सुबह से ही नदियों और घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। महिलाओं ने बांस के सूप में प्रसाद लेकर सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया। इस दौरान लोग छठी मैया की पूजा भी करते हैं।
छठ पूजा एक बहुत ही पावन पर्व है। इस पर्व पर लोग भगवान सूर्य और छठी मैया से अपने परिवार की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना करते हैं।