defense sector: 1 फरवरी, 2024 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024 का अंतरिम बजट पेश किया। गरीब, युवा, किसान और महिलाओं के लिए योजनाओं के साथ यह बजट कई मायनों में खास रहा। रक्षा क्षेत्र के लिए भी बजट में कुछ घोषणाएं की गईं, लेकिन चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसियों से लगातार खतरों को देखते हुए, यह आवंटन कम ही कहा जाएगा।
चीन और पाकिस्तान से लगातार बढ़ते खतरों को देखते हुए यह आवंटन पर्याप्त नहीं लगता। चीन अपनी सैन्य शक्ति लगातार बढ़ा रहा है और लद्दाख में सीमा विवाद अभी भी सुलझा नहीं है। पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और सीमा पार से गोलीबारी की घटनाएं लगातार हो रही हैं। इन खतरों से निपटने के लिए रक्षा क्षेत्र को और अधिक धन की आवश्यकता है।
अंतरिम बजट में रक्षा क्षेत्र के लिए रिकॉर्ड आवंटन हुआ है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। चीन और पाकिस्तान से लगातार बढ़ते खतरों को देखते हुए रक्षा क्षेत्र को और अधिक धन की आवश्यकता है। यह जरूरी है कि रक्षा क्षेत्र के आवंटन का इस्तेमाल देश की सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए किया जाए।