Dehradun News: देशभर में बढ़ती महंगाई ने आम आदमी की रसोई का बजट बुरी तरह प्रभावित किया है. उत्तराखंड में भी हालत कुछ ऐसे ही है, प्रदेश की राजधानी में भी बारिश और बदलते मौसम ने सब्जियों और अन्य किचन के दामों में भारी इजाफा किया है. सब्जियों और आवश्यक खाद्य पदार्थों के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिससे दाल-रोटी तक खाना भी अब आसान नहीं रह गया है. पहले से ही महंगी हो चुकी सब्जियों के साथ अब आटा, दाल और खाद्य तेलों के बढ़ते दामों ने रसोई खर्च को और बढ़ा दिया है.
इसके अलावा, आटे और दालों के दाम भी तेजी से बढ़े हैं. (Dehradun News) आटे के दामों में भी उछाल आया है, जहां पहले 10 किलो आटा 380 रुपये में मिलता था, अब यह 400 रुपये के पार हो गया है. दालों में भी सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली अरहर की दाल के दाम 180 रुपये से बढ़कर 200 रुपये प्रति किलो हो गए हैं. (Dehradun News) चना दाल 95 रुपये से बढ़कर 115 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. हालांकि मूंग, मलका और उड़द की दालों के दाम स्थिर बने हुए हैं, लेकिन अन्य दालों की कीमतों में 30 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है.
आढ़त बाजार देहरादून के थोक व्यापारी विनोद कुमार गोयल के अनुसार, सरकार ने क्रूड ऑयल पर कस्टम ड्यूटी शून्य से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दी है, जबकि रिफाइंड ऑयल पर कस्टम ड्यूटी 35.7 प्रतिशत तक बढ़ा दी गई है. इसका सीधा असर खाद्य तेलों के दामों पर पड़ा है, जिससे रसोई घर का खर्च और बढ़ गया है. (Dehradun News) रसोई के बजट पर चौतरफा मार पड़ रही है. सब्जियों से लेकर दाल और आटा तक, हर चीज के दाम बढ़ने से आम आदमी की आर्थिक स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ा है.