Delhi Cabinet: दिल्ली सरकार में पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र को सबसे अधिक प्रतिनिधित्व मिला है, जबकि पूर्वी व दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र मंत्री पद के मामले में खाली रह गए हैं। (Delhi Cabinet) वहीं, चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र को मुख्यमंत्री, उत्तर पश्चिमी लोकसभा क्षेत्र, नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र व उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र को एक-एक मंत्री पद मिला है।
दिल्ली के संसदीय क्षेत्र के हिसाब से दिल्ली की नई सरकार को देखने पर पता चलता है कि पश्चिमी दिल्ली का इसमें सबसे बड़ा हिस्सा मिला है। तीन विधायक मंत्री बनने में कामयाब रहे हैं।
इसमें आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा और डॉ. पंकज सिंह शामिल हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का विधानसभा क्षेत्र चांदनी चौक संसदीय सीट का हिस्सा है। (Delhi Cabinet) वहीं, उत्तर पूर्वी दिल्ली से कपिल मिश्रा, नई दिल्ली से प्रवेश वर्मा, उत्तर पश्चिमी दिल्ली से रविंद्र इंद्राज मंत्रिमंडल में पहुंचने में कामयाब रहे हैं।
दिलचस्प यह कि पूर्वी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली इस मामले में घाटे में रही हैं। दोनों संसदीय क्षेत्रों की बीस विधानसभा सीटों में से 13 पर काबिज भाजपा का एक भी विधायक मंत्री बनने में कामयाब नहीं हो सका है। हालांकि, पूर्वी दिल्ली से सांसद हर्ष मल्होत्रा केंद्र सरकार में बतौर राज्य मंत्री काम कर रहे हैं।
Delhi Cabinet: लोकसभा सीट से प्रतिनिधित्व
पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र 10 सीटों में से 9 पर भाजपा काबिज। जनकपुरी से विधायक आशीष सूद, राजौरी गार्डन से मनजिंदर सिंह सिरसा और विकासपुरी से डॉ. पंकज सिंह बने मंत्री।
चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र 10 सीटों में से छह पर भाजपा ने कब्जा किया। शालीमार विधानसभा सीट से विधायक रेखा गुप्ता मुख्यमंत्री बनीं।
उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा क्षेत्र 10 विधानसभा सीटों में से आठ पर भाजपा। बवाना से विधायक रविंद्र इंद्राज मंत्री बने।
नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र 10 में से सात पर भाजपा काबिज। विधायक प्रवेश वर्मा मंत्री बने।
उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र 10 में से पांच सीटों पर कमल खिला। करावल नगर से कपिल मिश्रा मंत्री बने।
पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र दस में से आठ सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है। मंत्रिमंडल में हिस्सा नहीं मिला है।
दक्षिण दिल्ली लोकसभा क्षेत्र 10 में से पांच सीटों पर कमल खिला, लेकिन मंत्रिमंडल में भागीदारी नहीं मिली।