Delhi Pollution: दिवाली के बाद प्रदूषण के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं। खतरनाक स्तर से 100 गुणा ज्यादा ‘जहरीली हुई हवा’ ने लोगों की सांसें रोक दी हैं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कई शहरों और देश के अन्य हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गंभीर स्तर पर पहुंच गया है। प्रदूषण के कारण लोगों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसमें सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन, त्वचा में जलन, सिरदर्द, चक्कर आना और यहां तक कि मौत भी शामिल है।
दिल्ली में AQI 500 से अधिक है, जो गंभीर श्रेणी में आता है। यह स्तर इतना खतरनाक है कि इससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
उत्तर प्रदेश के कई शहरों में भी स्थिति खराब है। लखनऊ में AQI 450 से अधिक है, जबकि नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, वाराणसी और प्रयागराज में भी AQI गंभीर श्रेणी में है। देश के अन्य हिस्सों में भी प्रदूषण का स्तर चिंताजनक है। Delhi Pollution: मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु और अन्य शहरों में भी AQI खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार प्रदूषण का स्तर पिछले सालों की तुलना में कहीं ज्यादा है। इसका मुख्य कारण दिवाली पर पटाखों के इस्तेमाल और पराली जलाने से निकलने वाला धुआं है।
प्रदूषण के कारण लोगों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसमें सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन, त्वचा में जलन, सिरदर्द, चक्कर आना और यहां तक कि मौत भी शामिल है।
वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए सड़कों पर चलने वाले वाहनों की संख्या को नियंत्रित करना।
औद्योगिक इकाइयों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए कड़े नियम लागू करना।
लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक करना।
सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपाय किए हैं, लेकिन अभी भी इन उपायों का कोई असर नहीं दिख रहा है। सरकार को प्रदूषण को कम करने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।