Hathras Stampede: हाथरस में हुए हादसे की रिपोर्ट सीएम योगी को सौंपी गई है। बुधवार को सत्संग में भगदड़ से 121 लोगों की जान चली गई थी। सीएम योगी ने मामले का संज्ञान लेते हुए एसआईटी गठित की थी। एडीजी आगरा व अलीगढ़ कमिश्नर के नेतृत्व में जांच की गई। घटना के बाद सीएम योगी ने 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी थी। हालांकि बारिश के चलते एसआईटी ने तीन दिन का समय मांगा था। इस सिलसिले में आज सीएम योगी से DGP और मुख्य सचिव ने मुलाकात की। घटना की रिपोर्ट सीएम योगी को सौंपी गई है। ये रिपोर्ट 15 पन्नों की है। माना जा रहा है कि अब हादसे में दोषीयों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
रिपोर्ट में डीएम-एसएसपी समेत 100 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। हादसे के बाद मुख्यमंत्री स्तर से एसआईटी जांच के आदेश दिए गए थे। एसआईटी का नेतृत्व एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ व मंडलायुक्त चैत्रा वी ने किया। जांच में हादसे का मूल कारण और लापरवाही को उजागर किया गया है। सीएम योगी ने हादसे के 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट तलब की थी। मगर बारिश और बचाव कार्य के चलते रिपोर्ट पूरी नहीं की जा सकी। जांच पूरी करने के लिए एसआईटी ने तीन दिन का समय मांगा था। इस रिपोर्ट में घटनास्थल पर तैनात सुरक्षा कर्मी, तमाम विभागों के कर्मचारी और अधिकारी, प्रारंभिक सूचना वाले कर्मी, एंबुलेंस कर्मी, डॉक्टर, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर, किसान, चश्मदीद, घायल, तहसील व जिला स्तर के अधिकारी, डीएम, एसपी और एसएसपी समेत 100 लोगों का बयान दर्ज किया गया है।
हाथरस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अबतक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं। सभी 6 लोग आयोजन समिति के सदस्य हैं। आईजी अलीगढ़ रेंज शलभ माथुर के अनुसार इन 6 लोगों से पूछताछ में इस बात का पता चला कि ये सभी आयोजन समिति का हिस्सा थे। हाथरस में आयोजन से पहले भी यह लोग कई आयोजन संपन्न करा चुके हैं। पंडाल की व्यवस्था और पंडाल में लोगों की भीड़ इकट्ठा करने का काम इनके जिम्मे होता है। इसके साथ ही मुख्य आयोजक वेद प्रकाश मधुकर पर पुलिस ने एक लाख का इनाम घोषित किया है। मधुकर के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है। जल्द ही पुलिस मधुकर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर सकती है।