India-Maldives Relations: भारत और उसके छोटे से पड़ोसी देश मालदीव के रिश्ते फिर से पटरी पर लौटते हुए नजर आ रहे हैं. राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू चीन परस्ती के बाद भी भारत के साथ रिश्ते नहीं बिगाड़ना चाहते हैं. यही वजह है कि उन्होंने अब मालदीव-भारत नीति में बदलाव किया है. (India-Maldives Relations) मालदीव की मुख्य विपक्षी पार्टी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) ने मुइज्जू के नेतृत्व वाली सरकार के जरिए नीति में किए गए बदलाव का स्वागत किया है. इसने भारत से मिलने वाली मदद की भी बात की है.
India-Maldives Relations: जयशंकर का स्वागत करके मुझे खुशी हुई: अब्दुल्ला शाहिद
अब्दुल्ला शाहिद मालदीव के विदेश मंत्री भी रह चुके हैं. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वह मालदीव सरकार की भारत को लेकर बदली गई नीति का स्वागत करते हैं. उन्होंने ये भी कहा कि मालदीव को भारत से हमेशा मदद मिलने का आश्वासन भी है. (India-Maldives Relations) अब्दुल्ला शाहिद ने कहा, “भारत के विदेश मंत्री जयशंकर का मालदीव में एमडीपी सचिवालय के अपने सहयोगियों के साथ स्वागत करने और मुलाकात करके मुझे बेहद खुशी हुई.” उन्होंने इसकी तस्वीरें भी शेयर की हैं.
मालदीव की परेशानी में मदद करने वाला पहला देश होगा भारत: अबदुल्ला शाहिद
अब्दुल्ला ने पोस्ट में कहा, “साथ ही मालदीव को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा और कई अन्य गैर-जरूरी परेशानियां और चुनौतियों का सामना करना पड़ा. ऐसे में अब जब राष्ट्रपति मुइज्जू सरकार की मालदीव-भारत नीति में अचानक बदलाव आया है तो एमडीपी इसका स्वागत करती है. (India-Maldives Relations) एमडीपी को उम्मीद है कि यह बदलाव अस्थायी या सतही नहीं होगा, बल्कि मालदीव के लोगों के सर्वोत्तम हित में सुसंगत और सार्थक होगा.”