India News: भारत और सीरिया के मध्य राजनयिक संबंध 1950 में स्थापित हुए थे। इसी का नतीजा है कि दमिश्क में तो एक सड़क का नाम ही तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम पर रखा गया है और यह दोनों देशों के बीच मित्रता की याद दिलाती है। (India News) दशकों तक दोनों राष्ट्रों मे एक अटूट संबंध रहा है और विशेषकर असद के शासनकाल में यह और मजबूत हुआ।
भारत ने सीरियाई नेतृत्व वाले समाधान की वकालत की है और देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर जोर देते हुए तटस्थ रुख बनाए रखा है। भारत इससे पूर्व गोलन हाइट्स पर सीरिया के दावे का समर्थन कर चुका है। कई क्षेत्रों में आर्थिक मदद भी की थी। चुनौतियों के बावजूद भारत ने दमिश्क में अपने दूतावास को चालू रखा है और सीरिया सरकार के साथ जुड़ाव की बाट जोह रहा है।