Indian Air Force: मिग लड़ाकू विमान के रिटायरमेंट के ऐलान के बाद भारतीय वायु सेना अब नये लड़ाकू विमान की खरीद पर विचार कर रही। वायु सेना पहले से निर्धारित स्कवाड्रन से पहले से ही कम है। भारत की स्थति को देखते हुये 42 स्कवाड्रन की जरूरत है लेकिन केवल 31 ही अभी ऑपरेशनल हैं। अब जब मिग लड़ाकू विमान रिटायर हो रहे हैं तो ये संख्या और भी नीचे गिरने का अनुमान है।
रक्षा सूत्रों के मुताबिक, भारतीय वायु सेना ने मांग की है जब स्वदेश में निर्मित हो रहे लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट चालू होने तक वो विदेशी सप्लायरों से पांचवी पीढ़ी के दो से तीन लड़ाकू जेट हासिल करना चाहती है। (Indian Air Force) बता दें, एक स्कवाड्रन में 18 से 20 लड़ाकू विमान होते हैं।
खरीदारी को लेकर वायुसेना ने हाल में ही सरकार को विस्तृत प्रजेंटेंशन सौंपी है। ताकि वायुसेना की आवश्यकताओं के मुताबिक सरकार फैसला ले और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
Indian Air Force: अमेरिका या रूस से लड़ाकू विमान खरीद सकता है भारत
इस संदर्भ में, अमेरिका ने एफ-35 जेट की पेशकश की है, जबकि रूस ने भारत को अपने एसयू-57 जेट का प्रस्ताव दिया है। (Indian Air Force) भारत ने कई साल पहले पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान (एफजीएफए) परियोजना से बाहर निकलने का निर्णय लिया था, लेकिन फिर भी इस कार्यक्रम में फिर से शामिल होने का विकल्प खुले रखे हैं।
इसके अलावा, भारत मेक इन इंडिया पहल के तहत विदेशी साझेदारों के साथ मिलकर 114 आधुनिक 4.5 प्लस पीढ़ी के लड़ाकू विमान बनाने के लिए भी विचार कर रहा है। इस मामले में सरकार-से-सरकार सौदा होने की संभावना है। भारतीय वायुसेना इन विमानों का उपयोग पश्चिमी और उत्तरी मोर्चों पर अपनी सुरक्षा स्थिति को और मजबूत करने के लिए करना चाहती है।
सितंबर में रिटायर हो रहा ‘ओल्ड गार्ड’ मिग
छह दशकों से अधिक समय तक भारतीय आसमान की रक्षा करने के बाद MiG -21 लड़ाकू विमान इस सितंबर में रिटायर हो जायेगा। भारतीय वायु सेना 19 सितंबर को चंडीगढ़ एयरबेस पर एक औपचारिक समारोह में मिग-21 बेड़े को रिटायर करेगी। वर्तमान में मिग-21 बाइसन के दो स्क्वाड्रन सक्रिय हैं।