Kedarnath Cloudburst: उत्तराखंड और हिमाचल में वर्षा, बादल फटने और बाढ़ के चलते दुश्वारियां बनी हुई हैं। उत्तराखंड की केदारघाटी में सोमवार को एक और शव बरामद हुआ है। घाटी में अब तक पत्थरों और मलबे में दबे चार शव मिल चुके हैं। इसके साथ ही सोमवार को 1,401 तीर्थयात्रियों को निकाला गया है। दूसरी और हिमाचल प्रदेश के शिमला स्थित सुन्नी बांध में दो शव और मिले हैं। इनमें एक महिला और दूसरा पुरुष का है।
Kedarnath Cloudburst: हिमाचल में पांचवें दिन मिले दो और शव
हिमाचल प्रदेश में कुल्लू, शिमला और मंडी जिले में सात स्थानों पर बादल फटने के बाद बाढ़ आने से अब तक 16 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 39 लापता हैं। सोमवार को दो और शव बरामद हुए हैं। फिलहाल इनकी पहचान नहीं हो पाई है। लापता लोगों की तलाश के लिए अभियान में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस, सेना, आइटीबीपी व सीआइएसएफ की टीमें जुटी हुई हैं। (Kedarnath Cloudburst) लाइव डिटेक्टर डिवाइस और खोजी कुत्तों की मदद भी ली जा रही है।
शिमला के समेज में त्रासदी में लापता लोगों के स्वजन के डीएनए सैंपल लिए गए हैं। डीएनए मिलान के बाद ही शवों की पहचान हो पाएगी। पुलिस ने दो दिन में 37 लोगों के डीएनए सैंपल लिए हैं। समेज में लापता हुए 33 लोगों में से अब तक पांच के शव बरामद हो चुके हैं।
शिंकुला मार्ग पर फिर बादल फटा, बाढ़ आई
लाहुल घाटी के धांदल नाले में आई बाढ़ से सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के पुल को नुकसान पहुंचा है। मायड़ घाटी में करपट से आगे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, दारचा-शिंकुला मार्ग पर फिर से बादल फटने से बाढ़ आ गई है। (Kedarnath Cloudburst)चार दिन से जंस्कार का मनाली से संपर्क कटा हुआ है। जिंगजिंगबार में बाढ़ आने से मनाली-लेह मार्ग चार घंटे बंद रहा। शिचलिंग नाले में बाढ़ आने से समदो-काजा मार्ग बंद हो गया है। लादारचा मैदान में सड़क क्षतिग्रस्त होने से लगभग 300 वाहन फंस गए थे। प्रशासन ने सभी वाहन चालकों व लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है।