Second Kedarnath in India: उत्तरखंड में बाबा केदारनाथ का धाम शिव को समर्पित अति सुंदर मंदिर है। जितना सुंदर यह मंदिर है उतनी ही रोमांच से भरपूर इस मंदिर की ट्रैकिंग कही जाती है। यह मंदिर एक उत्तराखंड के पहाड़ी के ऊपर स्थित है, जहां पर सर्पिलाकर और कई खतरनाक पहाड़ों की ऊबड़ खाबड़ रास्ते से इस पहाड़ी पर चढ़ना होता है। यहां से प्रकृति का एक अनोखा, विहंगम और प्यारा दृश्य देखने को मिलता है जो कि बहुत ही संतोषजनक होता है। लेकिन आपको पता है भारत में एक दूसरा केदारनाथ धाम भी मौजूद है। जो भक्तों के बीच प्रसिद्ध है, हालांकि इस मंदिर के चर्चे स्थानीय लोगों के बीच ज्यादा किए जाते है। चलिए जानते है भारत के दूसरे केदारनाथ धाम के बारे में…
भगवान शिव का यह केदारनाथ मंदिर अत्यंत तो नही फिर भी ऊंचाई पर है, यहां पर 700 मीटर की चढ़ाई करने के बाद पहुंचा जा सकता हैं। वहां पहुंचने पर आपको पहाड़ों की श्रृंखला का शानदार नजारा देखने को मिलता है। अगर आप नजारे का आनंद लेना चाहते हैं तो आपको जयपुर आना होगा। यह केदारनाथ शिव मंदिर ट्रेक जयपुर में ट्रैकिंग के लिए हिडेन जगह है क्योंकि यह कम लोगों द्वारा परिचित है और ज्यादातर लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं। यहां के ट्रैकिंग के बारे में सबसे अच्छी बात यही है की शीर्ष पर पहुंचने के बाद दृश्य बेहद मनमोहक और अद्भुत नजर आता हैं।
केदारनाथ शिव मंदिर मूल रूप से जयपुर शहर के अंदर जगतपुरा, खोनागोरियान के एक छोटे से गाँव में स्थित है। यह मंदिर मनमोहक अरावली पर्वतमाला से लिपटी पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। आप पहाड़ी के नीचे से मंदिर को आसानी से देख सकते हैं। जयपुर की पहाड़ियों में से सबसे ऊंची पहाड़ी पर स्थित यह बहुत पुराना व शानदार मंदिर तो है। यहां तक पहुंचने में ट्रेकिंग का जो आनन्द आता है वह अकल्पनीय है। मंदिर के पास खड़े होकर जब झालाना वन को देखते हैं तो आनन्द मिलती है।
प्रारंभिक पॉइंट: ट्रेक का प्रारंभिक पॉइंट न्यू चौधरी ढाबा, जेएनयू रोड, जगतपुरा है ट्रेक पूरा होने का समय: कुल ट्रेकिंग का समय 3-4 घंटे है। दूरी: ट्रेक लगभग 4 किलोमीटर (लगभग) है। कठिनाई स्तर: ट्रेक स्तर आसान है।
मानसून का मौसम इस ट्रेक का प्लान बनाने का सबसे अच्छा समय है क्योंकि आसपास का वातावरण अद्भुत होता है, हरी-भरी प्रकृति से भरा होता है जिसको देख आपकी बढ़ी हुई हार्ट बीट कब खूबसूरत नजरो के नीचे दब जायगी पता नहीं चलेगा। रास्ता हरी वनस्पतियों से आच्छादित होंगी, जिससे यह स्थान बिल्कुल सुंदर हो जाएगा। मौसम ठंडा रहेगा और आप निश्चित रूप से इस मौसम में अपने ट्रेक का आनंद लेंगे। सर्दियों का मौसम भी इस ट्रेक का प्लान बनाने का एक और सबसे अच्छा समय है।चारों ओर आपको ऊपर से कोहरा और ओस दिखाई देगी। सर्दी के मौसम में यहां का नजारा आपका भी मन मोह लेगा।
यह मंदिर जयपुर से लगभग 8 किलोमीटर दूर अरावली पहाड़ियों पर स्थित है, और यहाँ से शहर और आसपास की पहाड़ियों का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जिन्हें यहाँ पहाड़ों के स्वामी केदारनाथ के रूप में पूजा जाता है। मंदिर में भगवान शिव की एक काली मूर्ति है, जिसे बहुत शक्तिशाली और चमत्कारी कहा जाता है। मंदिर में पार्वती, गणेश, कार्तिकेय और नंदी जैसे अन्य देवताओं की मूर्तियाँ भी हैं। मंदिर परिसर में प्रार्थना और ध्यान के लिए एक बड़ा हॉल, एक पुस्तकालय, एक संग्रहालय और तीर्थयात्रियों के लिए एक धर्मशाला है। आध्यात्मिकता, संस्कृति और प्रकृति में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति को इस मंदिर की सलाह दी जाती है। यह एक ऐसी जगह है जहाँ कोई भगवान शिव की उपस्थिति को महसूस कर सकता है। उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है। यह एक ऐसी जगह है जहाँ कोई अरावली पहाड़ियों की सुंदरता और शांति का आनंद ले सकता है। मंदिर में जाने का सबसे अच्छा समय शिवरात्रि उत्सव के दौरान होता है, जब मंदिर को रोशनी और फूलों से सजाया जाता है और विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं।