Kerala News: केरल के त्रिशूर में एक स्कूल शिक्षिका के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. आरोप है कि उन्होंने मुस्लिम समुदाय के छात्रों से स्कूल में होने वाले ओणम (Onam) समारोह से दूर रहने का आग्रह किया था. पुलिस ने 26 अगस्त को डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) के एक कार्यकर्ता की शिकायत पर मामला दर्ज किया है.
शिक्षिका की पहचान खादीजा के रूप में हुई है. वो कदवल्लूर के ही सिराजुल उलूम इंग्लिश मीडियम स्कूल में काम करती हैं. FIR में आरोप लगाया गया है कि शिक्षिका ने वाट्सऐप पर एक वॉयस मैसेज भेजा था. (Kerala News) इसमें उन्होंने मुस्लिम छात्रों को ओणम समारोह से दूर रहने का आग्रह किया था. शिक्षिका ने कहा कि मुस्लिम छात्र यदि स्कूल के उत्सव में भाग लेते हैं, तो ये ‘शिर्क’ हो जाएगा.
‘शिर्क’ का तात्पर्य ‘अनेकेश्वरवाद’ से है, यानी कि एक से अधिक ईश्वर में विश्वास रखने की धारणा. कथित ऑडियो संदेश में शिक्षिका को ये कहते सुना जा सकता है,
हम मुसलमानों को इस्लाम का पालन करते हुए जीवन जीना चाहिए. ओणम उत्सव ‘अनेकेश्वरवाद’ पर आधारित है और इसे प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए. (Kerala News) न तो हमें और न ही हमारे बच्चों को किसी भी तरह से ओणम उत्सव को लेकर प्रोत्साहित होना चाहिए. दूसरे धर्मों के लोगों के रीति-रिवाजों में शामिल होना ‘शिर्क’ बन सकता है.
शिक्षिका के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 192 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसावे की कार्रवाई) के तहत मामला दर्ज हुआ है.
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Kerala News: स्कूल मैनेजमेंट ने क्या कहा?
स्कूल प्रबंधन ने इस मामले में अपने दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया है. उन्होंने कहा है कि शिक्षिका ने जो कुछ भी कहा है, वो उनकी निजी राय है, स्कूल प्रबंधन का नहीं. (Kerala News) उन्होंने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी स्कूल में ओणम उत्सव को भव्य तरीके से आयोजित करने का फैसला लिया गया.
शित्रा मंत्री का भी बयान आया
इस मामले को लेकर राज्य के शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि ये बहुत ही गंभीर मुद्दा है. उन्होंने आगे कहा,
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शिक्षकों को छोटे बच्चों के मन में मतभेद पैदा नहीं करने चाहिए. सरकार इसे बहुत गंभीरता से ले रही है, हमने सामान्य शिक्षा निदेशक से रिपोर्ट देने को कहा है. जब उस स्कूल में ओणम उत्सव मनाया जाएगा, तो शिक्षा विभाग के कर्मचारी वहां मौजूद रहेंगे.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार धर्म और जाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होने देगी.