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Kisan Andolan: किसानों ने ट्रैक्टरों से हटाए सीमेंट के बैरिकेड, पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले

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Kisan Andolan: आज सुबह, किसानों ने दिल्ली-लखनऊ हाईवे को जाम करने के लिए ट्रैक्टरों से सीमेंट के बैरिकेड हटा दिए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।

किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर पिछले कई महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। आज सुबह, उन्होंने दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर बैरिकेड हटाकर प्रदर्शन शुरू किया। (Kisan Andolan) पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हुए।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए हैं। पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया है।

किसानों ने कहा कि वे तब तक प्रदर्शन जारी रखेंगे जब तक कि तीनों कृषि कानूनों को रद्द नहीं कर दिया जाता।

Kisan Andolan: किसानों की मांगें

स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाए, जिसके तहत किसानों को उनकी फसल का लागत का डेढ़ गुना दाम मिलना चाहिए।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गारंटी कानून बनाया जाए, ताकि किसानों को अपनी फसल का उचित मूल्य मिल सके।
लखीमपुर खीरी हादसे में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जाए और पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाए।
पराली जलाने के मुद्दे पर स्थायी समाधान निकाला जाए, ताकि किसानों को पराली जलाने की मजबूरी न हो।

पंजाब के किसान 26 नवंबर को दिल्ली कूच करने की योजना बना रहे हैं। उन्हें दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। (Kisan Andolan) हरियाणा-पंजाब सीमा पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

रणनीति

किसानों ने दिल्ली कूच के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है। वे अलग-अलग जत्थों में दिल्ली पहुंचेंगे और अलग-अलग जगहों पर धरना प्रदर्शन करेंगे। किसानों ने कहा है कि वे तब तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।

सरकार का रुख

केंद्र सरकार ने किसानों की मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है। सरकार ने किसानों से बातचीत के लिए भी बुलाया है। लेकिन किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक वे बातचीत नहीं करेंगे।

यह देखना होगा कि किसानों का आंदोलन कितना लंबा चलता है और सरकार किस तरह से उनकी मांगों को पूरा करती है। किसानों का आंदोलन देश के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह किसानों की समस्याओं और उनकी मांगों को उजागर करता है।

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