America-Israel: ईरान और इजरायल के बीच जारी युद्ध के आठवें दिन एक नया मोड़ आ गया है। इस बार ईरान ने सीधे इजरायल या अमेरिका पर नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के डायरेक्टर जनरल राफाएल ग्रोसी पर ही जंग भड़काने का आरोप लगाया है। (America-Israel) तेहरान का दावा है कि ग्रोसी की दो बड़ी गलतियों ने इस संघर्ष की नींव रखी।
ईरान का आरोप है कि ग्रोसी ने CNN को दिए इंटरव्यू में भले ही यह कहा हो कि उन्हें ईरान के परमाणु हथियार बनाने का कोई सबूत नहीं मिला है। लेकिन यह बयान बहुत देर से आया। (America-Israel) ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माईल बकाई हमानेह के अनुसार, इससे पहले की IAEA रिपोर्टों ने दुनिया भर में ईरान के खिलाफ माहौल बनाया जिसका इस्तेमाल अमेरिका और यूरोपीय देशों ने प्रस्ताव पारित करने और इजरायल ने हमला करने के बहाने के रूप में किया।
इसके अलावा, ईरान का यह भी आरोप है कि ग्रोसी की अगुवाई में IAEA अब निष्पक्ष नहीं रह गई है। (America-Israel) बकाई का कहना है कि यह संस्था परमाणु अप्रसार संधि के दायरे में आने वाले देशों के हक छीन रही है और गैर-NPT देशों के हित साधने का औजार बन गई है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि गलत नैरेटिव के गंभीर नतीजे होते हैं।
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America-Israel: ग्रोसी की रिपोर्ट से मरे बेकसूर, ईरान ने लगाया संगीन आरोप
ईरान के पूर्व विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने भी ग्रोसी पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि IAEA की गलत और गैर-जिम्मेदार रिपोर्टिंग की वजह से ईरान के कई बेकसूर लोग मारे गए। जरीफ ने इसे एजेंसी की साख को ‘अपूरणीय क्षति’ करार दिया और ग्रोसी को जवाबदेह ठहराने की मांग कीN इजरायली हमलों के बाद ईरान ने IAEA की फील्ड जांच बंद कर दी है। ग्रोसी ने स्वीकार किया है कि अब एजेंसी सिर्फ सैटेलाइट इमेजरी के जरिए निगरानी कर रही ह, और इस्फहान प्लांट में रखे 60% एनरिच यूरेनियम की स्थिति को लेकर कोई ठोस जानकारी नहीं है।