Pahalgam Attack: पहलगाम 22 अप्रैल, मंगलवार को आतंक की आग में झुलस उठा। आतंकवादियों ने बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए 26 निर्दोष लोगों को उनके धर्म के आधार पर चुन-चुनकर मौत के घाट उतार दिया। इस जघन्य घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। (Pahalgam Attack) आम नागरिकों से लेकर बॉलीवुड हस्तियां तक इस हमले के खिलाफ गुस्से से उबल रहे हैं और सोशल मीडिया पर अपनी तीखी प्रतिक्रियाएं व्यक्त कर रहे हैं। इस बीच, अभिनेत्री दिशा पाटनी की बहन और एक्स आर्मी ऑफिसर खुशबू पाटनी ने अपने आक्रोश को बेबाकी से जाहिर किया है। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने की मांग करते हुए एक वीडियो साझा किया, जो अब चर्चा का केंद्र बन गया है।
Pahalgam Attack: अब वक्त है जवाबी कार्रवाई का…
हाल ही में उत्तर प्रदेश के बरेली में एक नौ महीने की बच्ची को बचाकर सुर्खियां बटोरने वाली खुशबू पाटनी ने पहलगाम हमले पर अपनी प्रतिक्रिया से एक बार फिर सबका ध्यान खींचा है। (Pahalgam Attack) अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर लगातार स्टोरीज के जरिए उन्होंने पाकिस्तान और उसकी सेना पर जमकर निशाना साधा।
अपने वीडियो में भावुक और गुस्से से भरी खुशबू ने कहा, ‘अब और बर्दाश्त नहीं। हम सालों से शांति की बात करते आए हैं, लेकिन आतंकवादियों ने हमारी इस कमजोरी का फायदा उठाया है। युद्ध आखिरी रास्ता हो सकता है, लेकिन अब वह समय आ गया है। (Pahalgam Attack) पाकिस्तान और उसकी सेना को सबक सिखाने का वक्त है। यह कोई साधारण आतंकी हमला नहीं, बल्कि पाकिस्तानी सेना की साजिश है। एक एक्स आर्मी ऑफिसर के तौर पर मैं कहती हूं कि हमारी सेना तैयार है, बस उन्हें हुक्म चाहिए।
भारत की सेना पर जताया भरोसा
यह धर्म के नाम पर की गई नृशंसता है और इसे अब और सहन नहीं किया जा सकता। खुशबू ने अपने वीडियो में भारतीय सेना की ताकत पर भरोसा जताते हुए कहा कि यह हमला सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा है। (Pahalgam Attack) उन्होंने सरकार से कड़ा रुख अपनाने और आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की।
चर्चा में क्यों आईं खुशबू पाटनी
खुशबू पाटनी का नाम हाल के दिनों में न केवल उनकी आर्मी बैकग्राउंड के कारण, बल्कि उनके सामाजिक कार्यों के लिए भी चर्चा में रहा है। बरेली में एक लावारिस बच्ची को बचाने की उनकी कहानी ने लोगों के दिलों को छुआ था। अब पहलगाम हमले पर उनकी बेबाक राय ने उन्हें एक ऐसी शख्सियत के रूप में पेश किया है, जो न सिर्फ संवेदनशील है, बल्कि देश की सुरक्षा और सम्मान के लिए कड़ा रुख अपनाने से भी नहीं हिचकतीं।