PM-eBus Sewa: पीएम ई-बस सेवा के लिए बसों और बस डिपो के संदर्भ में केंद्रीय संचालन समिति की मंजूरी के बाद भी शहरों की ओर से प्रस्ताव बार-बार बदलने पर केंद्र सरकार ने अप्रसन्नता जाहिर की है।
छत्तीसगढ़ में रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, बिहार में गया, पूर्णिया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, पटना, मध्य प्रदेश में इंदौर और राजस्थान में अजमेर तथा भीलवाड़ा में बस डिपो की स्थापना के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। (PM-eBus Sewa) पीएम ई-बस सेवा योजना के तहत दूसरी और तीसरी श्रेणी के 169 शहरों में दस हजार ई-बसें चलाई जानी हैं।
इसके लिए केंद्र सरकार बसों की खरीद तथा बस डिपो बनाने के लिए राज्यों को बीस हजार करोड़ रुपये की सहायता दे रही है। (PM-eBus Sewa) अधिकारियों के अनुसार अब तक 900 करोड़ से अधिक के खर्च को मंजूरी दी जा चुकी है, लेकिन कई जगह टेंडर दोबारा करने के कारण बसों की खरीद के प्रस्तावों पर आगे बढ़ाने में देरी हो रही है।
शहरों और राज्यों की इसी प्रवृत्ति पर मंत्रालय ने नाराजगी जताई है और यह अपेक्षा की है कि राज्य एक बार संशोधन के प्रस्तावों पर संचालन समिति की मंजूरी मिल जाने के बाद उसमें बदलाव न करें। अधिकारियों ने बताया कि यह अच्छी बात है कि राज्य इस योजना को लेकर उत्साह दिखा रहे हैं, इसीलिए उनकी ओर से अतिरिक्त बसों की मांग भी आ रही है। पिछली बैठक में ही महाराष्ट्र के दो शहरों-परभनी और मालेगांव की ओर से 66 अतिरिक्त बसों की मांग को मान लिया गया।