PM Modi high-level meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से ‘नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म्स’ का जो वादा किया था, उस पर काम शुरू हो चुका है। सोमवार को पीएम मोदी ने एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री, सचिव और जाने-माने अर्थशास्त्री शामिल थे। (PM Modi high-level meeting) इस बैठक का मुख्य एजेंडा भारत के लिए अगली पीढ़ी के सुधारों का रोडमैप तैयार करना था। यह बैठक दिखाती है कि सरकार अपने स्वतंत्रता दिवस के वादों को लेकर कितनी गंभीर और तत्पर है।
PM Modi high-level meeting: बैठक में कौन-कौन रहा मौजूद?
पीएम मोदी के आवास पर हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में कई दिग्गज केंद्रीय मंत्री शामिल हुए, जिनमें राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, शिवराज सिंह चौहान, पीयूष गोयल और ललन सिंह शामिल थे। (PM Modi high-level meeting) इन मंत्रियों की मौजूदगी इस बात का संकेत है कि ये सुधार सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि कई अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े होंगे।
क्या है ‘नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म्स’?
पीएम मोदी ने अपने 103 मिनट के लंबे स्वतंत्रता दिवस के भाषण में ‘नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म्स’ और जीएसटी कानूनों में संशोधन की बात की थी। उनका पूरा जोर भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर था, खासकर सेमीकंडक्टर से लेकर उर्वरकों जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में। ‘नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म्स’ का मतलब है कि सरकार ऐसे सुधारों पर काम करेगी जो सिर्फ वर्तमान की समस्याओं को हल न करें, बल्कि भविष्य की चुनौतियों को भी ध्यान में रखें। (PM Modi high-level meeting) इसका मकसद देश में जीवनयापन और कारोबार को आसान बनाना है, जिससे समृद्धि और विकास को बढ़ावा मिले।
मोदी का ‘मिशन आत्मनिर्भर भारत’
प्रधानमंत्री मोदी हमेशा से ‘आत्मनिर्भर भारत’ पर जोर देते रहे हैं। इस साल के स्वतंत्रता दिवस के भाषण में उन्होंने कहा था कि आज का भारत निर्णायक भूमिका में है और अब हर फैसला सिर्फ राष्ट्रहित में लिया जाता है। (PM Modi high-level meeting) उन्होंने वैज्ञानिकों, युवाओं और पेशेवरों से ‘मेड इन इंडिया’ जेट इंजन और फार्मा रिसर्च को आगे बढ़ाने का आह्वान किया था। यह बैठक उसी दिशा में एक ठोस कदम है, जिसमें सरकार उन वादों को जमीन पर उतारने के लिए तैयार है। अब सबकी निगाहें इस पर हैं कि इन बैठकों के बाद क्या बड़े और चौंकाने वाले सुधारों का ऐलान होता है।