PM Modi inaugrate kolkata metro new route: आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता में तीन महत्वपूर्ण मेट्रो लाइनों का उद्घाटन करने जा रहे हैं, लेकिन इस अवसर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अनुपस्थित रहेंगी। इन तीन मेट्रो लाइनों में येलो लाइन (नोआपारा-जय हिंद/बिमान बंदर), ग्रीन लाइन (सियालदह-एस्प्लेनेड) और ऑरेंज लाइन (बेलेघाटा-हेमंत मुखोपाध्याय) शामिल हैं। यह रोचक है कि इन सभी परियोजनाओं की मूल परिकल्पना ममता बनर्जी ने तब की थी जब वह रेल मंत्री थीं। (PM Modi inaugrate kolkata metro new route) उनके रेल मंत्री के कार्यकाल (1999-2001 और 2009-2011) के दौरान, उन्होंने कोलकाता की मेट्रो परियोजनाओं को एक नई दिशा दी और उन्हें आधुनिक रूप दिया। हालांकि, आज के उद्घाटन समारोह से उनकी दूरी, राजनीतिक गलियारों में एक नई बहस छेड़ सकती है।
PM Modi inaugrate kolkata metro new route: ममता के विजन से लेकर आज के उद्घाटन तक
येलो लाइन: इस लाइन का मूल उद्देश्य कोलकाता के उत्तरी हिस्सों को एयरपोर्ट से जोड़ना था। (PM Modi inaugrate kolkata metro new route) ममता बनर्जी ने 2009-2010 के रेलवे बजट में नोआपारा से बारासात तक बिमान बंदर के रास्ते इस लाइन की घोषणा की थी। यह परियोजना शहर के उत्तरी भाग के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी।
ग्रीन लाइन: सियालदह-एस्प्लेनेड खंड ग्रीन लाइन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस लाइन के शुरुआती संरेखण में ममता बनर्जी ने बदलाव किया था। उन्होंने इसे सेंट्रल एवेन्यू के बजाय हावड़ा मैदान से साल्ट लेक तक बीबीडी बाग और एस्प्लेनेड के रास्ते संशोधित किया। (PM Modi inaugrate kolkata metro new route) इस लाइन का पहला चरण (विप्रो से साल्ट लेक स्टेडियम) फरवरी 2022 में शुरू हुआ था, जबकि दूसरा खंड (साल्ट लेक स्टेडियम से सियालदह) जुलाई 2022 में चालू हुआ। अब यह लाइन शहर के दो सबसे व्यस्ततम हिस्सों को जोड़ेगी, जिससे लाखों यात्रियों को फायदा होगा।
ऑरेंज लाइन: न्यू गड़िया (कवि सुभाष) से बिमान बंदर (जय हिंद) तक जाने वाली इस लाइन की घोषणा भी ममता बनर्जी ने 2009-2010 के रेल बजट के दौरान की थी। (PM Modi inaugrate kolkata metro new route) इस लाइन का पहला चरण (कवि सुभाष से हेमंत मुखोपाध्याय) का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने 6 मार्च 2024 को किया था। अब इसका दूसरा चरण (हेमंत मुखोपाध्याय से बेलेघाटा) शुरू होने जा रहा है, जो शहर के एक और महत्वपूर्ण हिस्से को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ेगा।
विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशनों की परिकल्पना
ममता बनर्जी ने अपने रेल मंत्री कार्यकाल में सिर्फ मेट्रो परियोजनाओं तक ही सीमित नहीं रहीं। उन्होंने 101 रेलवे स्टेशनों को विश्व-स्तरीय बनाने की भी एक महत्वाकांक्षी योजना प्रस्तुत की थी। (PM Modi inaugrate kolkata metro new route) इसकी शुरुआत 2009-2010 के बजट में 50 स्टेशनों की घोषणा से हुई और बाद में 2010-2011 के बजट में 10 और स्टेशनों को इसमें जोड़ा गया।
आज जब इन परियोजनाओं का उद्घाटन हो रहा है, तो राजनीतिक चर्चा यह है कि इन परियोजनाओं के असली जनक कौन हैं? एक तरफ, प्रधानमंत्री मोदी इनका उद्घाटन कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ, ममता बनर्जी का नाम इन परियोजनाओं की नींव में है। इस घटना से यह साफ है कि सार्वजनिक परियोजनाओं में श्रेय लेने की होड़ भारतीय राजनीति का एक अभिन्न अंग बन चुकी है।