Sitapur News : उत्तर प्रदेश के जनपद सीतापुर के ब्लॉक हरगांव की ग्राम पंचायत नबीनगर फतेहपुर में मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार, गांव के पूर्व में पहले से बनी एक सड़क को फिर से बनवाने का काम चल रहा है।
इस काम में मनरेगा मजदूरों को लगाया जा रहा है, लेकिन आरोप है कि लेबर रजिस्टर में 13 मजदूरों का नाम दिखाया जा रहा है, जबकि वास्तव में केवल 7 मजदूर ही काम कर रहे हैं।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिस सड़क को दोबारा बनाया जा रहा है, वह पिछली पंचवर्षीय योजना में बन चुकी है। फिर भी, इस सड़क को मनरेगा योजना के तहत फिर से बनाया जा रहा है और इस पर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है।
जब इस मामले में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शीबू से पूछा गया, तो उन्होंने पत्रकार को धमकी दी और कहा कि वह सभी अधिकारियों से मिलजुल कर काम करते हैं और उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते।
इस पूरे मामले में प्रधान प्रतिनिधि शीबू और ग्राम विकास अधिकारी की मिलीभगत की बात सामने आ रही है। दोनों मिलकर सरकारी धन का बंदरबांट कर रहे हैं। जबकि मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है।
यह मामला एक बार फिर उत्तर प्रदेश में मनरेगा योजना में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर करता है। इस मामले की जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।