Sonbhadra News : चोपन थाना क्षेत्र के बाड़ी डाला स्थित मां वैष्णो मंदिर के सामने, हाइवे से सटे दुकानों से लपटें उठने से हड़कंप मच गया। एक-एक कर आग ने आधा दर्जन दुकानों को चपेट में ले लिया। सूचना पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने घंटे भर की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया लेकिन तब तक आधा दर्जन दुकानें जलकर राख हो चुकी थी। आग कैसे लगी, इसका पता नहीं चल पाया है। अचानक से लगी आग के चलते हाइवे से आवागमन करने वालों में जहां देर तक अफरातफरी की स्थिति बनी रही। वहीं, दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं में आग के चलते हड़कंप सरीखी स्थिति नजर आई।
बताते चलें कि डाला में जहां मां वैष्णो का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है। वहीं, यहां हर दिन हजारों श्रद्धालुओं के आवागमन को देखते हुए, मंदिर परिसर, पूर्वा पटरी के साथ ही, मंदिर के सामने से गुजर वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग की पश्चिमी पटरी पर भी फल-फूल, प्रसाद की दुकानें लगी हुई हैं। मंगलवार की दोपहर बाद अचानक से हाइवे के पश्चिमी पटरी स्थित एक दुकान में आग लग गई। देखते ही देखते ऊंची लपटें उठने लगीं। इसके चलते जहां मंदिर के आस-पास मौजूद श्रद्धालुओं में हडकंप की स्थिति बन गई। वहीं, हाइवे से आवागमन कर रहे लोगों में भी अफरातफरी की स्थिति बन गई। कुछ ही देर में आग ने आस-पास की दुकानों को चपेट में लेना शुरू कर दिया।
तत्काल मामले की जानकारी पुलिस और फायर बिग्रेड दस्ते को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को देखते हुए, जहां हाइवे के पश्चिमी हिस्से पर आवागमन कुछ देर के लिए रोक दिया। वहीं, चोपन से पहुंचे दमकल दस्ते ने आग को काबू करने की कवायद शुुरू कर दी। लगभग घंटे भर की मशक्कत के बाद आग को पूरी तरह से काबू कर लिया गया। बताया गया कि आग के चलते फल, चाय और प्रसाद की आधा दर्जन दुकानें जलकर पूरी तरह से नष्ट हो गई। दुकान पर रखे सामान भी आग की भेंट चढ़ गए। आग कैसे लगी, इसका पता अभी नहीं चल पाया है। इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है।
संयोग ही था कि जिस वक्त आग लगी, उस वक्त तेज धूप के कारण पश्चिमी पटरी वाली दुकानों पर गिने-चुने श्रद्धालु ही मौजूद थे। इसके चलते लपटें उठते ही, जहां लोग हाइवे के दूसरी तरफ तथा साइड में भागकर खुद को बचा लिए। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस भी तत्परता दिखाते हुए, आग वाली जगह से श्रद्धालुओं और आवागमन कर रहे लोगों को दूर किए रही। वर्ष 2005 में मंदिर की स्थापना के बाद पहली बार हुई इस तरह की घटना से, मंदिर के आस-पास दुकान लगाने वालों में भी हड़कंप की स्थिति बनी रही।