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Tahawwur Rana: तहव्वुर राणा को तिहाड़ जेल में रखने की तैयारी शुरू, कुछ ही देर में विमान से पहुंचेगा भारत

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Tahawwur Rana: वर्ष 2008 में हुए भयावह मुंबई आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ता तहव्वुर राणा को भारत लाए जाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। अमेरिकी अदालत से प्रत्यर्पण की मंजूरी मिलने के बाद अब राणा को भारत की जांच एजेंसियों के हवाले किया जाएगा। ऐसी संभावना है कि प्रारंभिक पूछताछ के बाद उसे दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल में रखा जा सकता है। इस संभावना को देखते हुए तिहाड़ जेल प्रशासन पहले से ही सतर्क हो गया है और सुरक्षा संबंधी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।

सूत्रों के अनुसार, राणा को तिहाड़ लाए जाने पर उसे हाई सिक्योरिटी वॉर्ड में रखा जाएगा, जहां गंभीर आतंकी गतिविधियों में शामिल आरोपियों को ही स्थान मिलता है। (Tahawwur Rana) तिहाड़ में पहले से ही कई हाई-प्रोफाइल कैदी, गैंगस्टर और आतंकी बंद हैं, जिससे किसी भी तरह की सुरक्षा चूक को रोकने के लिए प्रशासन बेहद सावधानी बरत रहा है।

Tahawwur Rana: सिक्योरिटी ऑडिट के बाद तय होगी जेल संख्या

जेल विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि राणा को किस जेल में रखा जाएगा, यह फैसला सुरक्षा ऑडिट के बाद लिया जाएगा। तिहाड़ परिसर में कुल नौ जेलें हैं और हर जेल का स्तर, कैदियों की प्रकृति और सुरक्षा इंतजाम अलग-अलग होते हैं। (Tahawwur Rana) सिक्योरिटी ऑडिट के दौरान आरोपित की पूरी पृष्ठभूमि की जांच की जाती है। उसके दुश्मनों, सहयोगियों, संगठनों से जुड़े खतरे और पहले से जेल में बंद किसी संभावित विरोधी का विश्लेषण किया जाता है।

इस प्रक्रिया का उद्देश्य है यह सुनिश्चित करना कि कोई आपसी टकराव या सुरक्षा में सेंध की संभावना न हो। किसी एक जेल में किन कैदियों को साथ नहीं रखा जा सकता, इसका आकलन बेहद बारीकी से किया जाता है।

छोटा राजन के साथ नहीं रखा जा सकता तहव्वुर

तिहाड़ की जेल संख्या दो में इस समय अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन बंद है, जिसे मुंबई के माफिया नेटवर्क का सिरमौर माना जाता है। (Tahawwur Rana) राणा पर जिस आतंकी हमले का आरोप है, उसमें छोटा राजन ने खुद भारत सरकार का साथ दिया था। इस लिहाज से दोनों को एक ही परिसर में रखना सुरक्षा दृष्टिकोण से उपयुक्त नहीं होगा।

जेल अधिकारियों का कहना है कि यदि राणा को तिहाड़ लाया गया तो उसे सबसे पहले किसी जांच एजेंसी की हिरासत में रखा जाएगा। उसके बाद ही उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा और फिर जेल अलॉटमेंट की प्रक्रिया शुरू होगी।

संवेदनशील कैदी, विशेष निगरानी

चूंकि तहव्वुर राणा अंतरराष्ट्रीय आतंकी साजिशों से जुड़ा हुआ है और अमेरिका से प्रत्यर्पण कर लाया जा रहा है, इसलिए उसे ‘अत्यंत संवेदनशील कैदी’ की श्रेणी में रखा जाएगा। उसके सेल में CCTV निगरानी, सीमित बाहरी संपर्क और रोजाना मेडिकल जांच की व्यवस्था की जा सकती है।

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