UP Lok Sabha Election : उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में चार चरणों का मतदान पूरा हो चुका है, मगर अभी भी तीन चरणों का मतदान होना बाकी है। अब बचे हुए चरणों में पूर्वांचल और आसपास की कई महत्वपूर्ण सीटों पर मतदान होना है। प्रतापगढ़ और आसपास के इलाकों में मजबूत पकड़ रखने वाले राजा भैया पर सभी की निगाहें बनीं हुई थीं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में किसी भी दल को समर्थन न देने का ऐलान करते हुए समर्थकों से अपने विवेक के आधार पर मतदान करने की अपील की। राजा भैया का यह ऐलान भाजपा के लिए झटका माना जा रहा है क्योंकि पार्टी के नेता उन्हें साधने की कोशिश में जुटे हुए थे।
गृह मंत्री अमित शाह से राजा भैया की पहले ही मुलाकात हो चुकी थी, जिसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि वह बीजेपी को समर्थन दे सकते हैं। इसी कड़ी में आज मंगलवार को कुंडा के बेती स्थित आवास पर केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और कौशांबी के भाजपा प्रत्याशी विनोद सोनकर ने पहुंचकर राजा भैया उनसे मुलाकात की थी। सियासी जानकारों का कहना है कि भाजपा ठाकुरों की नाराजगी दूर करने की कोशिश में जुटी हुई है और इसी कड़ी में दिग्गज नेताओं को साधने का प्रयास कर रही थी।
राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल ने इस बार के लोकसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। यही कारण है कि भाजपा उन्हें अपने पक्ष में करने के लिए पूरा जोर लगा रही थी। राज्यसभा चुनाव में भी राजा भैया ने भाजपा प्रत्याशियों को समर्थन दिया था।
लोकसभा चुनाव में कौशांबी लोकसभा क्षेत्र में राजा भैया का फैसला बड़ा असर डाल सकता है, हालांकि राजा भैया ने किसी भी दल को समर्थन देने से मना कर दिया है, जो बीजेपी के लिए झटका माना जा रहा है।
बता दें कि कौशांबी लोकसभा क्षेत्र में प्रतापगढ़ की दो विधानसभा सीटें – कुंडा और बाबागंज शामिल हैं। इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में राजा भैया का काफी असर माना जाता है। कुंडा विधानसभा सीट से वे खुद विधायक हैं, जबकि बाबागंज विधानसभा सीट से उनकी पार्टी के विनोद सरोज विधायक हैं।
इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कौशांबी लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी विनोद सोनकर के साथ राजा भैया के कुंडा में बेती महल स्थित आवास पर मुलाकात करने पहुंचे थे।
भाजपा नेताओं के साथ राजा भैया की करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई है। इस बातचीत के बाद राजा भैया ने अपना रुख साफ कर दिया कि वह किसी भी दल को समर्थन नहीं देंगे।