UP News: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश में प्रशासन (UP News) अपनी तैयारियां कर रहा है। इसी कड़ी में एटा जनपद के नगर अलीगंज में आज यानी शनिवार को विभिन्न विधालयों के छात्र छात्राओं ने डीएवी इंटर कॉलेज से समूचे नगर में स्लोगन, आधी रोटी खायेंगे वोट डालने जाएंगे का उच्चारण करते हुए भृमण किया। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा हरी झंडी दिखाकर रैली का शुभारंभ किया गया। स्वीप का मुख्य उद्देश्य भारतीय चुनावों के दौरान सभी योग्य लोगों को मतदान करने और एक जानकार विकल्प बनाने के लिए प्रेरित करके भारत में एक सहभागी लोकतंत्र का निर्माण करना है।
भारत के मतदाताओं को संगठित करना और मतदान प्रक्रिया की सरल समझ के साथ उनकी मदद करना। सामाजिक समानता का निर्माण करना। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय चुनावों के दौरान सभी योग्य लोगों को मतदान करने और एक जानकार विकल्प बनाने के लिए प्रेरित करके भारत में एक सहभागी लोकतंत्र का निर्माण करना है। भारत के मतदाताओं को संगठित करना और मतदान प्रक्रिया की सरल समझ के साथ उनकी मदद करना। सामाजिक समानता का निर्माण करना है।
स्वीप के दौरान जो शपथ दिलाई जाती है उसके अनुसार हम, भारत के नागरिक, लोकतंत्र मे अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते हैं की हम अपने देश की लोकतांत्रिक परम्पराओं की मर्यादा को बनाए रखेंगे तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए, निर्भीक होकर, धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी लोग लोकतंत्र की मजबूती के लिए अपने वोट की ताकत का प्रयोग कर देश को सशक्त बनाने मैं सहयोग करें।
स्वीप का प्रमुख लक्ष्य निर्वाचनों के दौरान सभी पात्र नागरिकों को मत देने और जागरूक निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करके भारत में सही मायनों में सहभागी लोकतंत्र का निर्माण करना है। यह कार्यक्रम विविध प्रकार के सामान्य एवं लक्षित ऐसे इंटरवेंशनों पर आधारित हैं, जो राज्य के सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और जनसांख्यिकीय प्रोफाइल के साथ-साथ निर्वाचनों के पिछले चक्रों में निर्वाचकीय सहभागिता के इतिहास और उनसे मिली सीख के अनुसार अभिकल्पित किए गए हैं। हम सदैव सिविल सोसायटी संगठनों, मीडिया और कारपोरेट घरानों के साथ व्यापक सहक्रियात्मक संबंध कायम करने के माध्यम से सुदृढ़ लोकतंत्र का निर्माण करने के उद्देश्य को हासिल करने की अपेक्षा करते हैं और यहां तक कि हम लोगों से और अधिक प्रश्नों, सुझावों, और सहभागिता की उम्मीद करते हैं।