कनाडा के अगले प्रधानमंत्री के रूप में नामित होने के तुरंत बाद मार्क कार्नी ने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अपने संबंधों को लेकर इरादे स्पष्ट कर दिए। (US-Canada) कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने के ट्रंप के बयान के जवाब में कार्नी ने कहा, अमेरिका कनाडा नहीं है। कनाडा कभी भी किसी भी तरह, आकार या रूप में अमेरिका का हिस्सा नहीं होगा। मार्क कार्नी ने कहा कि अमेरिका कनाडा के लोगों के संसाधन, जल, जमीन और देश पर कब्जा करना चाहता है। अगर वे सफल हो गए, तो वे हमारी जीवन शैली को नष्ट कर देंगे।
US-Canada: अमेरिका के स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था की आलोचना
इस दौरान मार्क कार्नी ने अमेरिका की स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था की भी आलोचना करते हुए उसे ‘व्यवसाय’ बताया और कनाडा की स्वास्थ्य सेवा को ‘हक’ बताया। वहीं राष्ट्रपति ट्रंप की तरफ से लगाए गए टैरिफ पर उन्होंने कहा कि कनाडा तब तक पलटवार करेगा जब तक अमेरिका मुक्त और निष्पक्ष व्यापार का वादा नहीं करता। (US-Canada) कार्नी ने कहा, ‘कोई है जो हमारी अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘जैसा कि हम जानते हैं डोनाल्ड ट्रंप ने हमारे द्वारा बनाए गए उत्पादों, हमारे द्वारा बेची जाने वाली वस्तुओं और हमारे जीवनयापन के साधनों पर अनुचित शुल्क लगा दिए हैं। वह कनाडाई परिवारों, श्रमिकों और व्यवसायों पर हमला कर रहे हैं लेकिन हम उन्हें सफल नहीं होने दे सकते।’
कार्नी ने कहा कि कनाडा तब तक जवाबी शुल्क लागू रखेगा जब तक ‘अमेरिकी इसे जारी रखता है।’ उन्होंने कहा, ‘हमने यह लड़ाई शुरू नहीं की लेकिन जब कोई तंग करता है तो कनाडावासी उसे छोड़ते भी नहीं हैं।’ उम्मीद है कि कार्नी देश में जल्द ही चुनाव करवाएंगे। (US-Canada) या तो वह चुनाव की घोषणा करेंगे या फिर संसद में विपक्षी दल इस महीने के अंत में अविश्वास प्रस्ताव लाकर चुनाव करवाने के लिए सरकार को मजबूर कर सकते हैं।
विपक्षी कंजर्वेटिव नेता पर भी बरसे मार्क कार्नी
इसके अलावा, उन्होंने विपक्षी कंजर्वेटिव नेता पियरे पोइलिवरे की भी आलोचना की और कहा कि वह केवल बाजार की पूजा करते हैं, जबकि कभी खुद कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया। मार्क कार्नी ने कनाडा की ताकत का जोर देते हुए कहा, ‘हमारी ताकत हमारे लोगों में है, और हम इस संकट से उबरकर और भी मजबूत होंगे।’ उन्होंने अपनी बात खत्म करते हुए भाषण के अंत में कहा- कनाडा अमर रहे।