Uttarakhand News: उत्तराखंड में युवाओं के आंदोलन के बीच मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने छात्रों से भावनात्मक संवाद स्थापित करते हुए एक अहम संदेश जारी किया है। (Uttarakhand News) उन्होंने कहा कि अलग उत्तराखंड राज्य का सपना हमारे शहीदों और आंदोलनकारियों ने इसलिए साकार किया था ताकि यहां के हर बेटे-बेटी का जीवन बेहतर हो, और किसी के साथ अन्याय न हो।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “जब आज हमारे कुछ बच्चे सड़क पर खड़े हैं, तो मैं यह कहने आया हूं कि वे भी हमारे ही परिवार का हिस्सा हैं। (Uttarakhand News) प्रदेश का ‘मुख्य सेवक’ होने के नाते हर आवाज़ को सुनना और हर पीड़ा को समझना मेरा कर्तव्य है।” उन्होंने यह भी दोहराया कि प्रदेश सरकार छात्रों के साथ कोई भेदभाव नहीं करती। “हमारा उद्देश्य परिवार के हर सदस्य का कल्याण है, और सरकार इसी भावना से कार्य कर रही है,” उन्होंने कहा।
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मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी रोकने के लिए उत्तराखंड सरकार ने वर्ष 2023 में देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून लागू किया था। “लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो नियमों को ताक पर रखते हैं। (Uttarakhand News) ऐसे हाकमो और उनके सरगनाओं को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि वे याद रखेंगे,” उन्होंने चेताया। युवाओं से अपील करते हुए कहा, “संवाद और विश्वास की राह पर आगे बढ़िए। हमारी सरकार विकल्प रहित संकल्प के साथ काम कर रही है ताकि उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाया जा सके।” मुख्यमंत्री का यह संदेश केवल प्रशासनिक घोषणा नहीं बल्कि भावनात्मक जुड़ाव और संवेदनशील नेतृत्व की मिसाल बन गया है, जो राज्य के युवाओं को आश्वस्त करता है कि सरकार उनकी आवाज़ सुनेगी और हरसंभव न्याय दिलाएगी।
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