Rahul Gandhi Attacks PM Modi: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद हुये सीजफायर को लेकर एक बार फिर सवाल उठाये हैं। (Rahul Gandhi Attacks PM Modi) संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुये उन्होंने कहा, पूरी दुनिया को पता है कि सीजफायर डॉन्लड ट्रंप ने करवाया है। ये ही सच्चाई है और इसे छुपाया नहीं जा सकता।
सीजफायर को लेकर जब नेता प्रतिपक्ष से पूछा गया तो उन्होंने साफगोई के साथ बोला कि प्रधानमंत्री क्या बोलेंगे कि युद्दविराम ट्रंप ने करवाया है? वो बोल ही नहीं पायेंगे, लेकिन यही सच है।
मौजूदा संसद सत्र से जुड़े सवाल पर भी राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया देते हुये कहा, बात सिर्फ सीजफायर की नहीं है और भी बहुत समस्याएं हैं, जिन्हें लेकर हम सदन में चर्चा करना चाहते हैं, डिफेंस और उससे जुड़ी इंडस्ट्रीज को लेकर जुड़ी समस्याएं हैं, ऑपरेशन सिंदूर को लेकर समस्याएं हैं। (Rahul Gandhi Attacks PM Modi) हम सब इस पर चर्चा करना चाहते हैं, हालात अच्छे नहीं हैं। पूरा देश को पता है, जो अपने आप को देश भक्त बताते हैं, वो भाग गये, प्रधानमंत्री एक बयान तक नहीं दे पा रहे।
राहुल गांधी ने आगे कहा, ट्रंप 25 बार चुके हैं कि सीजफायर उन्होंने करवाया। वो कौन होते हैं सीजफायर कराने वाले, उनका काम ये नहीं है। एक तरफ सरकार कह रही है कि ऑपरेशन सिंदूर चल रहा है, दूसरी तरफ सरकार जीत की बात कर रही है। ऐसे में दाल में कुछ काला है। (Rahul Gandhi Attacks PM Modi) मोदी सरकार ने हमारी विदेश नीति की धज्जियां उड़ा दी हैं, क्योंकि हमें किसी देश ने सपोर्ट नहीं किया। इसे लेकर पीएम ने एक बार भी हमें जवाब नहीं दिया है। ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा तो होगी, लेकिन कब ये सरकार ये नहीं पता। उनका कहना है पीएम के वापस विदेश दौरे से लौटने के बाद ही चर्चा संभव होगी।
Rahul Gandhi Attacks PM Modi: कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने भी पीएम को घेरा
ऑपरेशन सिंदूर के बाद हुये सीजफायर को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी को घेरते हुये लिखा, ट्रंप बार-बार बोल सीजफायर उन्होंने करवाया, मुझे समझ नहीं आ रहा मोदी जवाब क्यों नहीं दे रहे। वो अभी भी ट्रंप की गुलामी करना चाहते हैं। हमारे लिये देश महत्वपूर्ण है, हमने देश हित में सरकार को पूरा सपोर्ट दिया। फिर भी अगर ट्रंप बार-बार हमें अपमानित करता है तो उसको जवाब देना चाहिये। साहस के बोलना चाहिये, लेकिन हमें लगता ये कहीं न कहीं प्रधानमंत्री की कमजोरी दिखाता है।