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Maharashtra politics: “शरद पवार के घर में ‘कमल’? नितेश राणे का सनसनीखेज दावा – पोते रोहित पवार थे BJP के संपर्क में”

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Maharashtra politics: राजनीति की रगों में सनसनी दौड़ गई है। महाराष्ट्र की सत्ता गलियों में एक ऐसा दावा किया गया है जिसने सिर्फ विपक्ष को नहीं, बल्कि खुद शरद पवार के कुनबे को भी हिलाकर रख दिया है। भाजपा के फायरब्रांड नेता और मंत्री नितेश राणे ने ऐसा आरोप लगाया है, जो अगर सच निकला तो विपक्ष के लिए यह किसी राजनीतिक भूकंप से कम नहीं होगा। (Maharashtra politics) राणे ने खुलकर कहा कि शरद पवार के पोते और एनसीपी (एसपी) के विधायक रोहित पवार भाजपा नेताओं के संपर्क में थे। सोचिए, जिस पोते को पवार परिवार का भविष्य माना जा रहा था, वह कथित रूप से भाजपा की चौखट तक पहुंच चुका था!

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Maharashtra politics: ‘दिल हमारा, तन तुम्हारा?’ – राणे का दावा या रणनीति?

नितेश राणे ने दावा करते हुए कहा कि रोहित पवार भले ही आज भी एनसीपी (एसपी) के साथ खड़े हैं, लेकिन उनका “दिल भाजपा के साथ है।” उन्होंने यहां तक कह दिया कि “अगर हम सब कुछ उजागर कर दें कि रोहित किन नेताओं से संपर्क में थे, तो उन्हें अपना चेहरा छुपाने की भी जगह नहीं मिलेगी।” राणे का इशारा साफ था, मामला बहुत गहरा है, और वह चाहें तो पूरा ‘खुलासा’ कर सकते हैं। (Maharashtra politics) सवाल यह भी उठता है कि अगर भाजपा इतनी जानकारी रखती है तो वह इसे उजागर क्यों नहीं करती? या फिर यह सिर्फ एक “सियासी दांव” है जिससे विपक्ष में फूट डाली जा सके?

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‘जो खुद कीचड़ में फंसा हो, वो दूसरों पर कीचड़ न उछाले’

रोहित पवार ने नितेश राणे के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने तीखा हमला करते हुए कहा, “जो इंसान खुद कीचड़ में डूबा हुआ हो, उसे दूसरों पर उंगली उठाने का कोई हक नहीं है।” रोहित ने यह भी याद दिलाया कि कैसे नितेश के पिता नारायण राणे ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था। (Maharashtra politics) उन्होंने कहा कि “जैसे ये लोग कपड़े बदलते हैं, वैसे ही पार्टियां भी बदलते हैं।” उनका इशारा साफ था कि नितेश और उनका परिवार राजनीतिक निष्ठा के मामले में स्थिर नहीं रहे हैं। रोहित ने खुद को मजबूत दिखाने की कोशिश की लेकिन क्या अंदरखाने कुछ चल रहा है?

क्या पवार परिवार में फिर होगा ‘टूट का खेल’?

ये पहली बार नहीं है जब शरद पवार के परिवार के किसी सदस्य को लेकर इस तरह की बातें उठी हों। इससे पहले अजित पवार ने भी ‘बगावत’ कर देवेंद्र फडणवीस के साथ सुबह-सुबह सरकार बना ली थी। (Maharashtra politics) अगर शरद पवार के “पोते” को लेकर भी ऐसा कुछ सामने आता है, तो यह पूरे एनसीपी (एसपी) की साख पर बड़ा सवाल बन सकता है। सवाल ये भी उठता है कि क्या भाजपा जानबूझकर इस तरह की बयानबाज़ी करके पवार परिवार को अंदर से तोड़ने की रणनीति पर काम कर रही है? या फिर रोहित वाकई किसी समय ‘राजनीतिक बातचीत’ के लिए भाजपा नेताओं के संपर्क में आए थे?

नितेश राणे: विवादों के सिरमौर या भाजपा का ‘शॉटगन’?

नितेश राणे यूं तो अक्सर अपने तीखे बयानों के कारण विवादों में रहते हैं। कभी वो उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हैं, तो कभी मुस्लिम बहुल इलाकों में मराठी भाषा को लेकर उत्तेजक बयान देते हैं। (Maharashtra politics) अब उन्होंने सीधे शरद पवार के परिवार को निशाना बनाकर सियासी गलियारों में आग लगा दी है। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि राणे का मकसद सिर्फ बयानबाज़ी नहीं, बल्कि सियासी जमीन को झकझोर देना है। वे खुद को ‘हिंदूवादी नेता’ के रूप में स्थापित करना चाहते हैं, और शायद यही कारण है कि वे पवार जैसे दिग्गजों के खिलाफ सीधे मोर्चा खोल रहे हैं।

क्या है इस ‘बयानबाज़ी’ के पीछे की स्क्रिप्ट?

महाराष्ट्र में जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, भाजपा का लक्ष्य साफ है, विपक्ष को तोड़ो, कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना (उद्धव) को अंदर से कमजोर करो। और इसके लिए भाजपा नेता हर तरह का दांव खेलने को तैयार हैं। नितेश राणे का ये दावा, एक ऐसा ‘पोलिटिकल ट्रेलर’ हो सकता है जिसकी पूरी फिल्म आने वाले हफ्तों में दिखाई दे सकती है। (Maharashtra politics) हो सकता है और भी नाम सामने आएं, और अगर कुछ “सबूत” दिखा दिए गए, तो यह एनसीपी (एसपी) के लिए एक बड़ा झटका बन सकता है।

विपक्षी गठबंधन के लिए बहुत ही चिंताजनक संकेत

राजनीति में कब कौन किसका हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। अगर रोहित पवार जैसा नाम भाजपा के संपर्क में था (या है), तो यह विपक्षी गठबंधन के लिए बहुत ही चिंताजनक संकेत है। (Maharashtra politics) क्या ये सब सिर्फ एक “साजिश” है, या फिर पवार परिवार में सचमुच कुछ दरारें उभर रही हैं? अब सबकी निगाहें रहेंगी शरद पवार पर, क्या वह चुप रहेंगे या किसी ‘महासंग्राम’ का ऐलान करेंगे?।

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