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Ram Mandir Dhwajarohan 2025: ॐ, सूर्य और कोविदार वृक्ष…, विवाह पंचमी पर राम मंदिर के शिखर पर लगेगा दिव्य ध्वज; जानें खासियत
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4 घंटे agoon

Ram Mandir Dhwajarohan 2025: अयोध्या में आज का दिन बेहद ऐतिहासिक है। मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम और माता जानकी के विवाहोत्सव के अवसर पर अयोध्या में भव्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन में रामभक्तों की आस्था और उत्साह देखते ही बन रही है। विवाह पंचमी के शुभ मुहूर्त पर अयोध्या राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण किया जाएगा। (Ram Mandir Dhwajarohan 2025) मंदिर में लगने वाला यह ध्वज मात्र कपड़े का एक टुकड़ा नहीं बल्कि करोड़ा रामभक्तों की आस्था, शान और परंपरा का भी प्रतीक है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर के ध्वज को लहराएंगे।
Ram Mandir Dhwajarohan 2025: राम मंदिर के शिखर पर लगने वाले ध्वज की खासियत
161 फीट ऊंचे राम मंदिर के शिखर पर 30 फीट ऊंचे ध्वजदंड की संयुक्त 191 फीट ऊंचाई पर केसरिया ध्वज फहरायेगा। यह ध्वज कई मायनों में बेहद खास है। (Ram Mandir Dhwajarohan 2025) अयोध्या के इतिहास और सूर्यवंशीय परंपरा को समेटे इस ध्वज पर ‘ॐ’ का तेज, सूर्य का तेजस्वी चिह्न और कोविदार वृक्ष की मर्यादा झलकेगी। राम मंदिर के शिखर पर लहराने वाला यह ध्वज इतना विशाल है कि चार किलोमीटर दूर से ही इसके दर्शन हो जाएंगे।
धार्मिक प्रतीकों की त्रिवेणी
ध्वज पर नजर आने वाले कोविदा वृक्ष, सूर्य और ॐ भी बेहद खास है। कोविदार वृक्ष रामराज की समृद्धि और मर्यादा का प्रतीक है। (Ram Mandir Dhwajarohan 2025) मान्यताओं के मुतबिक जिस समय भगवान भगवान राम पत्नी माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ वनवास के लिए जा रहे थे। उस समय भरत उन्हें रोकने के लिए वन में पहुंचते हैं। सेना का शोर सुन जब भगवान राम लक्ष्मण से पूछते हैं कि आखिर यह शोर कैसा है और उत्तर की तरफ से आ रही सेना को देखते हैं।
तब सेना के ध्वज पर कोविदार वृक्ष को देख वह पहचान जाते हैं कि यह अयोध्या की सेना है। वहीं ध्वज पर दिखायी देने वाले सूर्य तेजस्विता और सूर्यवंश के प्रती है। वहीं ॐ ब्रह्मांडीय ऊर्जा का प्रतीक है। ओम को सनातन धर्म में बेहद शुभ माना गया है। (Ram Mandir Dhwajarohan 2025) यह हिंदू धर्म के शुभ प्रतीकों में से एक है। यह तीनों मिलकर ध्वज को आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करते हैं। इसके साथ ही ध्वज का केसरिया रंग वीरता, धर्म-रक्षा और सनातन संस्कृति का द्योतक है।
पीएम मोदी का कार्यक्रम
मंगलवार सुबह करीब 10 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सप्तमंदिर पहुंचेंगे। जहां महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुहा और माता शबरी से संबंधित मंदिर स्थित हैं। इसके बाद पीएम मोदी शेषावतार मंदिर जाएंगे। (Ram Mandir Dhwajarohan 2025) मंगलवार सुबह लगभग 11 बजे प्रधानमंत्री माता अन्नपूर्णा मंदिर में दर्शन पूजन करें और फिर राम दरबार गर्भगृह जायेंगे। वहां दर्शन और पूजन के बाद दोपहर करीब 12 बजे प्रधानमंत्री अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराएंगे।
