Connect with us

News

Sudan Crises: खौफनाक हालात में दक्षिण सूडान, बाढ़ से 77 लाख लोग भुखमरी के शिकार,रिपोर्ट में हुआ खुलासा

Published

on

दक्षिण सूडान में बाढ़ से 9 लाख लोग प्रभावित, संयुक्त राष्ट्र ने बढ़ाई राहत  कार्रवाई - Punjab Kesari

Sudan Crises: दक्षिण सूडान में भारी बारिश के कारण आई व्यापक बाढ़ ने भयंकर तबाही मचाई है। बाढ़ से अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है और छह राज्यों के 26 काउंटी में 639,225 लोग प्रभावित हुए हैं। (Sudan Crises) बाढ़ के कारण हजारों लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं और उन्हें ऊंचे स्थानों पर शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) के अनुसार, बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में मलेरिया, श्वसन संक्रमण और दस्त के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। 11 काउंटी में सांपों के काटने के 144 मामले और 3,391 कुपोषण के मामले भी सामने आए हैं।

Sudan Crises: 121 स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित, इलाज की स्थिति बिगड़ी

बाढ़ के कारण 121 स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हुई हैं, जिससे स्थानीय लोगों को इलाज में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। (Sudan Crises) सेव द चिल्ड्रन ने चेतावनी दी है कि जलजनित बीमारियों और सांप के काटने के मामलों में वृद्धि हो रही है, जिससे स्वास्थ्य संकट गहरा सकता है।

14 लाख लोग बाढ़ के खतरे में

सेव द चिल्ड्रन के अनुसार, इस साल दक्षिण सूडान में अनुमानित 14 लाख लोग बाढ़ के खतरे का सामना कर रहे हैं। अक्टूबर और नवंबर में औसत से अधिक बारिश का अनुमान है, जिससे बाढ़ की स्थिति और भी विकट हो सकती है।

Also Read – पवन सिंह पर भड़के खेसारी लाल यादव कहा- मैं थूक कर नहीं चाटता, देखें वीडियो

भुखमरी और कुपोषण की बढ़ती समस्या

भुखमरी और कुपोषण की समस्या भी गंभीर हो गई है। 77 लाख लोग तीव्र भूखमरी का सामना कर रहे हैं और पांच साल से कम उम्र के 23 लाख बच्चे तीव्र कुपोषण के खतरे में हैं। विशेष रूप से ऊपरी नील क्षेत्र में 83,000 लोग अकाल जैसी खाद्यान्न की कमी का सामना कर रहे हैं।

मदद में कटौती से संकट बढ़ा

चैरिटी संस्थाओं को भी बजट में 31 लाख अमेरिकी डॉलर की कटौती का सामना करना पड़ा है, जिससे पोषण और बाल संरक्षण कार्यक्रमों में कर्मचारियों की संख्या में कमी आई है और आपूर्ति सीमित हो गई है। (Sudan Crises) इसके परिणामस्वरूप, प्रभावित समुदायों तक आवश्यक सहायता पहुँचने में कठिनाई हो रही है।

Also Read –बुलंदशहर में अपर्णा यादव बोलीं- पप्पूगिरी करने वाले खुद को राम न समझें

जलस्तर में वृद्धि

संकट के कारण 3,79,000 लोग विस्थापित हो चुके हैं, जिनमें बच्चे और वयस्क दोनों शामिल हैं। बढ़ते जलस्तर और बाढ़ के कारण लोग अपनी कृषि भूमि, आजीविका और घरों तक से हाथ धो बैठे हैं।

संकट का असर बच्चों पर

सेव द चिल्ड्रन के कंट्री डायरेक्टर क्रिस्टोफर न्यामंडी ने कहा कि बच्चों के लिए स्थिति विनाशकारी हो सकती है। बाढ़ ने पहले ही कई शहरों को जलमग्न कर दिया है और इसके हफ्तों तक जारी रहने की संभावना है।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *