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Indian Coast Guard: हर घर तिरंगा अभियान की सफलता से चंद्रयान-3 तक, ‘मन की बात’ में क्या-क्या बोले PM मोदी

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Indian Coast Guard: इंडियन कोस्ट गार्ड ने बीती रात एक अभूतपूर्व कार्य किया। (Indian Coast Guard) कोस्ट गार्ड ने आधी रात समन्वित समुद्री-वायु खोज और बचाव (एसएआर) अभियान चलाकर 11 लोगों की जान बचाई। दरअसल, एमवी आईटीटी प्यूमा वेसल कथित तौर पर कोलकाता से पोर्ट ब्लेयर जाते समय डूब गई थी, जिसमें ये लोग सवार थे।

Indian Coast Guard: हवा और समुद्र में चलाया बचाव अभियान

ये वेसल सागर द्वीप के दक्षिण में 90 समुद्री मील (एनएम) की दूरी पर डूब गया। इसके बाद भारतीय तटरक्षक बल के जहाज सारंग और अमोघ ने सीजी डोर्नियर विमान के साथ मिलकर अत्यंत प्रतिकूल समुद्री परिस्थितियों में अभियान चलाकर डूबे लोगों को बचाया।

पीएम के इस आग्रह के बाद युवाओं में भारी उत्साह है। पीएम ने कहा कि इस प्रतिक्रिया से पता चलता है कि राजनीति में आने के लिए कितनी बड़ी संख्या में युवा तैयार बैठे हैं। बस उन्हें सही मौके की तलाश है। (Indian Coast Guard) स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी ऐसे कई लोग सामने आए थे, जिनकी कोई राजनीतिक पृष्टभूमि नहीं थी। उन्होंने खुद को भारत की आजादी के लिए झोंक दिया था। विकसित भारत का लक्ष्य पाने के लिए फिर उसी धुन की जरूरत है। पीएम ने युवाओं से आगे आने का आग्रह किया और उम्मीद जताई कि उनका अनुभव और जोश देश के भविष्य को बदलने वाला होगा।

गैलेक्सी-आई स्टार्टअप खड़ा करने वाले आईआईटी मद्रास के छात्र से अंतरिक्ष सेक्टर पर चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि भारत में बहुत कुछ हो रहा है, जिससे देश की नींव मजबूत ही रही है। 23 अगस्त को देश ने पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया है। पिछले वर्ष इसी दिन देश का चंद्रयान-3 अभियान सफल हुआ था।

छात्र ने पीएम को स्टार्टअप प्रारंभ करने की कहानी बताई। पीएम ने हर घर तिरंगा अभियान को सफल बताया और कहा कि इसने देश को एक सूत्र में बांधा है। (Indian Coast Guard) कोने-कोने से इसकी अद्भुत तस्वीरें आईं हैं। घरों, स्कूलों, कालेजों एवं विश्वविद्यालयों में हमने तिरंगा देखा। दुकानों, दफ्तरों, डेस्कटाप, मोबाइल और गाडि़यों में तिरंगा लगाया। जम्मू-कश्मीर में 750 मीटर लंबे झंडे के साथ तिरंगा रैली निकाली गई।

पीएम ने पोषण माह का किया जिक्र

अरुणाचल प्रदेश समेत अन्य राज्यों में भी लोग ऐसी तिरंगा यात्राओं में शामिल हुए। पीएम ने एक से 30 सितंबर तक चलने वाले पोषण माह का जिक्र खास तौर पर किया और कहा कि बच्चों का पोषण देश की प्राथमिकता है। वैसे तो इस पर पूरे वर्ष ध्यान रहता है, लेकिन एक महीना विशेष फोकस रहता है। लोगों को जागरूक करने के लिए पोषण मेला, एनीमिया शिविर, नवजात शिशुओं के घर के दौरे आदि कई तरीके अपनाए जाते हैं। पिछले वर्ष पोषण अभियान को नई शिक्षा नीति से जोड़ा गया है।

वन्य जीवों के साथ मानव संबंधों का जिक्र करते हुए पीएम ने असम के हूलाक गिब्बन बंदरों का विशेष तौर पर उल्लेख किया। असम के बारेकुरी गांव में मोरान समुदाय के लोगों ने इन बंदरों के संरक्षण के लिए बहुत काम किया है, जिससे बंदरों ने उस गांव को अपना बसेरा बना लिया है। (Indian Coast Guard) इसी तरह अरुणाचल प्रदेश में युवाओं ने वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए 3-डी ¨प्र¨टग तकनीक का सहारा लिया है। इससे सींगों और दांतों की तस्करी पर नियंत्रण लग सका है।

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