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Ram Mandir Ayodhya: रामलला के मंदिर में एंड्रॉयड फोन पर लगी पाबंदी, क्या iPhone को हरी झंडी? यहां जानिए सबकुछ

Published
2 महीना agoon
By
News Desk
Ram Mandir Ayodhya: राम मंदिर अयोध्या में नए पुजारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। पुजारियों के लिए कई कठिन नियम भी बनाए गए हैं। इसी क्रम में पुजारियों के लिए राम मंदिर में एंड्रायड फोन के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी गई है, हालांकि आईफोन पर पाबंदी लगी है या नहीं, यह अभी तक साफ नहीं है। जल्द ही पुजारियों के लिए ड्रेस कोड लागू करने की तैयारी है। (Ram Mandir Ayodhya) वैसे आमतौर पर आईफोन को एंड्रॉयड के मुकाबले सुरक्षित माना गया है। आइए जरा समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर एंड्रॉयड फोन के साथ ऐसी क्या दिक्कत है कि जब भी प्रतिबंध लगाने की बात आती है तो एंड्रॉयड पर पहले प्रतिबंध लगाया जाता है, जबकि आईफोन को इसमें छूट मिलती है।
Ram Mandir Ayodhya: एंड्रॉयड vs आईओएस: ऑपरेटिंग सिस्टम
आईफोन (iOS): iOS एक क्लोज सिस्टम है। इसका मतलब है कि एप्स को केवल एपल के ऐप स्टोर से ही डाउनलोड किया जा सकता है। एपल सभी एप्स की सख्त जांच करता है, जिससे मैलवेयर का खतरा बहुत कम हो जाता है।
एंड्रॉयड: एंड्रॉयड एक ओपन-सोर्स सिस्टम है। यूजर्स को एप्स इंस्टॉल करने की अधिक आजादी होती है, जैसे थर्ड-पार्टी एप स्टोर्स का उपयोग, हालांकि इससे मैलवेयर और वायरस का खतरा बढ़ जाता है।

एंड्रॉयड vs आईओएस: सॉफ्टवेयर अपडेट
आईफोन (iOS): एपल अपने सभी डिवाइस के लिए नियमित और लंबे समय तक अपडेट देता है। (Ram Mandir Ayodhya) यह सुनिश्चित करता है कि पुराने आईफोन भी लेटेस्ट सिक्योरिटी फीचर्स का उपयोग कर सकें और फोन सुरक्षित रहे।
एंड्रॉयड: एंड्रॉयड में अपडेट्स निर्माता कंपनी (जैसे सैमसंग, वनप्लस, शाओमी) पर निर्भर करते हैं। कई बार पुराने फोन को अपडेट नहीं मिलते, जिससे सिक्योरिटी रिस्क बढ़ जाता है।
एंड्रॉयड vs आईओएस: डेटा एन्क्रिप्शन और प्राइवेसी
आईफोन (iOS): आईफोन डिफॉल्ट रूप से डेटा एन्क्रिप्ट करता है। (Ram Mandir Ayodhya) एपल ने गोपनीयता को प्राथमिकता दी है और ट्रैकिंग को सीमित करने के लिए कई फीचर्स पेश किए हैं, जैसे एप ट्रैकिंग ट्रांसपेरेंसी।
एंड्रॉयड: एंड्रॉयड भी डेटा एन्क्रिप्शन प्रदान करता है, लेकिन यह फीचर फोन निर्माता और एंड्रॉयड वर्जन पर निर्भर करता है। गूगल के डेटा कलेक्शन के कारण प्राइवेसी को लेकर कई बार सवाल उठते हैं।

एंड्रॉयड vs आईओएस: एप्स और स्टोर की सुरक्षा
आईफोन (iOS): एप स्टोर पर एपल द्वारा सख्त मॉडरेशन होता है। संदिग्ध एप्स को जल्दी से हटा दिया जाता है।
एंड्रॉयड: गूगल प्ले स्टोर पर एप्स की संख्या अधिक है, लेकिन कई बार फर्जी या हानिकारक एप्स की मौजूदगी की खबरें आती रहती हैं।
एंड्रॉयड vs आईओएस: मालवेयर और साइबर अटैक का खतरा
आईफोन (iOS): iOS में मालवेयर का खतरा कम होता है क्योंकि यह बंद सिस्टम है।
एंड्रॉयड: ओपन-सोर्स सिस्टम होने के कारण एंड्रॉयड डिवाइस पर साइबर अटैक और मैलवेयर का खतरा ज्यादा होता है।